ज्योतिष न्यूज़ : हिंदू धर्म में वैसे तो कई सारे पर्व मनाए जाते हैं लेकिन फाल्गुन मास में पड़ने वाली महाशिवरात्रि को बेहद ही खास माना गया है जो कि शिव पूजा को समर्पित होती है इस दिन भक्त भगवान भोलेनाथ और देवी पार्वती की विधिवत पूजा करते हैं और दिनभर उपवास आदि भी रखते हैं माना जाता है कि ऐसा करने से प्रभु का आशीर्वाद मिलता है।
पंचांग के अनुसार फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर महाशिवरात्रि मनाई जाती है इस बार यह त्योहार 8 मार्च को मनाया जाएगा। ऐसे में आज हम आपको गौरी शंकर की पूजा विधि के बारे में बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
महाशिवरात्रि पर गौरी शंकर की पूजा विधि—
आपको बता दें कि महाशिवरात्रि के शुभ दिन पर सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करें इसके बाद किसी भी शिव मंदिर में जाकर या फिर घर में ही गौरी शंकर की विधिवत पूजा करें शिव ही एक मात्र ऐसे देव है जिनकी पूजा शिवलिंग द्वारा भी की जाती है ऐसे में महाशिवरात्रि के शुभ दिन पर शिवलिंग की पूजा जरूर करें अगर घर या मंदिर में शिवलिंग नहीं है तो कहीं से शुद्ध मिट्टी से शिवलिंग बनाकर उनका पूजन करना चाहिए।
शिवलिंग पर सबसे पहले जल फिर दूध, दही, घी और शहद का अभिषेक करना चाहिए। इसके बाद गंगाजल से अभिषेक करें। फिर बाद में धतूरा, बेलपत्र, मिष्ठान आदि का प्रसाद अर्पित करें। अंत में भगवान की आरती करें और अपनी प्रार्थना प्रभु से कहें। माना जाता है कि इस विधि से पूजा करने से भगवान का आशीर्वाद मिलता है।