वास्तु शास्त्र में हर प्रकार की समस्या का समाधान बताया गया है। विशेष से घर की समस्याओं से आप किस तरह से निजात पा सकते हैं उसके बारे में बहुत कुछ बताया गया है। वास्तु शास्त्र पर आजकल बहुत ज्यादा विश्वास किया जाता है। वास्तु में ऊर्जा का विशेष महत्व होता है। इसके अनुसार घर में रखी हर चीज में एक खास ऊर्जा होती है।
वास्तु में घर में कुछ चीजें रखना बहुत शुभ माना जाता है। वास्तु में विंड चाइम को गुडलक का प्रतीक माना जाता है। घर में इसे लगाने से सौभाग्य आता है। माना जाता है कि यह घर से नकारात्मक ऊर्जा दूर करता है। विंड चाइम कई तरह की होती हैं, जैसे- लकड़ी, धातु और लोहे आदि की विंड चाइम। हवा चलने पर जब विंड चाइम्स की घंटियां जब एक-दूसरे से टकराती हैं तो इससे मधुर आवाज निकलती है।
वास्तु के अनुसार विंड चाइम्स से निकलने वाली ये आवाज घर के सदस्यों को मानसिक शांति देती है और सकारात्मक ऊर्जा से भरती है। हालांकि इसके लाभ तभी मिलते हैं जब घर में इसे सही नियम से लगाया जाए। आइए डालते हैं एक नजर घर में किस तरह और किस दिशा में विंड चाइम लगाना चाहिए। घर के मुख्य द्वार पर चार छड़ों वाला विंड चाइम लगाने से घर का वास्तु दोष खत्म होता है। ड्राइंग रूम का वास्तु दोष दूर करने के लिए छह छड़ों वाला विंड चाइम लगाना चाहिए।
विंड चाइम लगाने के लिए दिशाओं का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। इसे अगर सही दिशा में नहीं लगाया गया तो इसके फायदे की जगह नुकसान उठाने पड़ सकते हैं। विंड चाइम को सही दिशा में ना लगाने पर घर में हमेशा अशांति का माहौल बना रहता है। वास्तु के मुताबिक विंड चाइम को घर की पश्चिम या उत्तर दिशा में लगाना चाहिए। वहीं अगर लकड़ी के विंड चाइम्स हैं तो इन्हें पूर्व और दक्षिण दिशा की तरफ लटकाना चाहिए।