दिवाली के शुभ मौके पर क्यों खेला जाता है जुआ ?

दिवाली यानी साल का सबसे बड़ा त्योहार, इस दिन को लोग काफी हर्षोल्लास से मनाते हैं

Update: 2021-11-03 13:45 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क |   दिवाली यानी साल का सबसे बड़ा त्योहार, इस दिन को लोग काफी हर्षोल्लास से मनाते हैं. मां लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा करके आशीर्वाद लेने के लिए यह दिन सबसे शुभ है. कहते हैं कि अगर इस दिन की पूजा से मां लक्ष्मी प्रसन्न हो जाती हैं तो घर में सुख-समृद्धि का वास होता है. इस साल 4 नवंबर 2021 दिन गुरुवार को पूरा देश बड़ी धूमधाम से दिवाली (Diwali 2021) मनाएगा. दिवाली की रात लोग धन प्राप्ति के लिए तमाम उपाय करते हैं.

इस खास त्योहार को सदियों से हमारे पूर्वज मनाते आए हैं. समय के साथ-साथ लोगों ने नियमों में अपनी सुविधा के अनुसार कई बदलाव किए हैं. ऐसी ही एक परंपरा है दिवाली की रात जुआ खेलना. सवाल उठता है कि आखिर दिवाली के दिन जुआ खेलने की शुरुआत कैसे हुई.
कई ज्योतिषाचार्यों की मानें तो दिवाली की रात जुआ खेलने की परंपरा काफी पुरानी है. घर में मां लक्ष्मी की पूजा करने के बाद परिवार के ही सभी लोग आपस में जुआ खेलते हैं. दरअसल पौराणिक कथाओं के अनुसार दिवाली की रात भगवान शिव और माता पार्वती आपस में जुआ खेलते थे. परस्‍पर संबंधों में मजबूती और मनोरंजन के लिहाज से वे खेलते थे. वैसे भी जुए में पैसा लगाकर नहीं खेला जाना चाहिए. यह बेहद अशुभ माना जाता है.
ये भी कहा जाता है कि जुए का चलन दरअसल परिवार में परस्‍पर प्रेम और संबंधों को मजबूत करने के इरादे से मनोरंजन के रूप में चालू हुआ ताकि सभी परिजन एक साथ बैठकर इसके माध्‍यम से मनोरंजन करें लेकिन बाद में ये एक बड़ी सामाजिक बुराई बन गया क्‍योंकि पैसा लगाकर इसको खेला जाने लगा. वैसे भी त्‍योहार या किसी भी मौके पर जुए में पैसे लगाकर खेलने से मां लक्ष्मी भी रूठ जाती हैं और परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. इसलिए इससे बचना चाहिए.
वैसे लोग ​जुआ तो खेलने लगते हैं लेकिन वे इस बात पर ध्यान नहीं देते कि इस दिन पैसे नहीं लगाने चाहिए, ऐसा करना आपको बर्बाद कर सकता है. आप अगर इतिहास और धर्म ग्रंथों को पढ़ेंगे तो समझेंगे कि जुए ने हर युग में सिर्फ विनाश ही किया है. महाभारत काल में भी पांडव इसी जुए में अपनी सारी धन दौलत, और अपनी पत्नी तक को हार बैठे थे. वहीं, ग्रहों के हिसाब से देखा जाए तो जुए का संबंध राहु से माना जाता है. यदि राहु अशुभ स्थान पर बैठा है तो ऐसे व्यक्तियों को जुए की लत लग जाती है और ऐसे लोग अपने जीवन में कमाया हुआ सब कुछ हार सकते हैं.


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