हिंदू धर्म के प्रमुख पर्वों में से एक श्रीकृष्ण जन्माष्टमी भी हैं जो देशभर में धूमधाम के साथ मनाया जाता हैं कृष्ण जन्माष्टमी को भगवान कृष्ण के बाल रूप की पूजा की जाती हैं इस दिन भक्त उपवास आदि रखकर प्रभु की आराधना भक्ति करते हैं।
धार्मिक पंचांग के अनुसार हर साल जन्माष्टमी का त्योहार भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी पर मनाया जाता है इस साल यह पर्व 6 और 7 सितंबर को देशभर में धूमधाम के साथ मनाया जाएगा। इस दिन बाल गोपाल की पूजा आराधना करने से साधक के जीवन में सुख समृद्धि आती है और कष्टों का निवारण होता हैं अधिकतर भक्त आज के दिन उपवास भी रखते हैं ऐसे में आज हम आपको जन्माष्टमी पर किए जाने वाले व्रत के लाभ से अवगत करा रहे हैं तो आइए जानते हैं।
जन्माष्टमी व्रत से होने वाले फायदें—
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पावन दिन पर पूरे विधि विधान से भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करने से सारी मनोकामना पूरी हो जाती हैं साथ ही संतान प्राप्ति के लिए इस दिन व्रत करना शुभ माना जाता है मान्यता है कि ऐसा करने संतान सुख की इच्छा पूरी हो जाती हैं। इसके अलावा अगर कुंवारी कन्या जन्माष्टमी के दिन उपवास करती है तो उन्हें अच्छे वर की प्राप्ति होती है साथ ही जीवन भी खुशियों से भर जाता हैं। इस दिन पूरे विधि विधान से व्रत पूजा करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती हैं। मान्यता है कि जन्माष्टमी के दिन उपवास रखने से एकादशी व्रत के समान फल की प्राप्ति होती हैं इसके साथ ही सफलता में वृद्धि और कार्यक्षेत्र में तरक्की प्राप्ति होती हैं।
भगवान कृष्ण को समर्पित जन्माष्टमी के शुभ दिन पर अगर पूजा पाठ और उपवास किया जाए तो परिवार में क्लेश और तनाव मिट जाता है साथ ही सुख शांति व समृद्धि का आगमन होता हैं। इस दिन व्रत करने से धन धान्य और समृद्धि बढ़ती हैं। मनचाहा प्रेम पाने के लिए भी इस दिन व्रत किया जा सकता है इसके अलावा शीघ्र विवाह या प्रेम विवाह के लिए भी जन्माष्टमी का व्रत फलदायी माना जाता हैं।