इन कामों को करते समय आचार्य की ये बातें जरूर याद रखें

यदि जीवन में सफल होना है,

Update: 2021-06-29 11:16 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क | यदि जीवन में सफल होना है, तमाम चुनौतियों का बहादुरी से सामना करने का हुनर सीखना है, तो आचार्य चाणक्य की चाणक्य नीति को जरूर पढ़ना चाहिए. आचार्य ने इस ग्रंथ को सैकड़ों वर्ष पहले लिखा था, लेकिन इसमें लिखी बातें आज के समय में भी काफी हद तक सटीक साबित होती हैं और लोगों को सही मार्ग दिखाती हैं. यदि आचार्य की इन बातों का अनुसरण किया जाए तो जीवन में कई बड़ी समस्याओं से बचा जा सकता है और हर परिस्थिति का सामना सकारात्मक रवैये के साथ आसानी से किया जा सकता है. आचार्य चाणक्य ने चाणक्य नीति में जीवन के करीब करीब हर पहलू को छुआ है. पढ़ाई, यात्रा, तपस्या और खेती को लेकर भी आचार्य ने कुछ नियम बताए हैं. यहां जानिए उनके बारे में.

1. आचार्य का कहना था कि जब भी पढ़ाई करें तो दो लोगों को साथ होना चाहिए. यदि दो लोग मिलकर पढ़ाई कर​ते हैं तो किसी भी समस्या का समाधान आसानी से कर लेते हैं. ऐसे में कई कन्फ्यूजन आपस में ही दूर हो सकते हैं.
2. जब भी साधना करें या तपस्या करें तो पूरी तरह एकांत में करें, ताकि आप अपने मन को एकाग्र कर पाएं और किसी तरह का विघ्न आपकी तपस्या को भंग न करे. तभी तपस्या सफल हो पाती है.
3. गाना या नृत्य आदि किसी कला का प्रदर्शन करना हो तो कम से कम तीन या उससे ज्यादा लोग होने चाहिए. तभी उसका आनंद आता है और आपके हुनर को लोग जान पाते हैं

4. यात्रा हमेशा चार या इससे ज्यादा लोगों को मिलकर करनी चाहिए. यात्रा के दौरान कई तरह के जोखिम होते हैं. ऐसे में समस्या आने पर लोग एक दूसरे की मदद कर सकते हैं. अकेला व्यक्ति इस स्थिति में मुश्किल में पड़ सकता है.
5. खेती कोई आसान काम नहीं है. इसे कोई भी व्यक्ति अकेले अपनी दम पर नहीं कर सकता. खेती में एक दूसरे का सहयोग जरूरी होता है. इसलिए खेती का काम करते समय पांच या इससे ज्यादा लोग होने चाहिए.
6. युद्ध के दौरान लोगों की कोई सीमा नहीं है. जितने ज्यादा लोग आपके पक्ष में होंगे, युद्ध को जीतना उतना आसान होगा. यही वजह है कि पहले लोग बड़ी से बड़ी सेना को साथ लेकर युद्ध करने निकलते थे.


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