ज्योतिषशास्त्र में है किस ग्रह का कौन सा रंग और उसका प्रभाव, जाने एक क्लिक पर

भारतीय ज्योतिषशास्त्र में नवग्रहों का विशेष महत्व है। ज्योतिष शास्त्र में माना गया है कि इन ग्रहों की चाल और स्थिति का हमारे जीवन पर प्रत्यक्ष प्रभाव पड़ता है।

Update: 2021-12-31 03:08 GMT

भारतीय ज्योतिषशास्त्र में नवग्रहों का विशेष महत्व है। ज्योतिष शास्त्र में माना गया है कि इन ग्रहों की चाल और स्थिति का हमारे जीवन पर प्रत्यक्ष प्रभाव पड़ता है। ज्योतिष शास्त्र में प्रत्येक ग्रहों को उसके स्वरूप और पौराणिक कथाओं के आधार पर अलग-अलग गुणों का स्वामी माना गया है। इसी आधार पर ज्योतिषशास्त्र में प्रत्येक ग्रह का विशिष्ट रंग भी माना जाता है। कुण्डली में व्याप्त ग्रह दोष को दूर करने के लिए ग्रह के रंगों की वस्तुओं का प्रयोग करने की सलाह दी जाती है। आइए जानते हैं ज्योतिष के अनुसार नव ग्रहों के विशिष्ट रंगों के बारे में.....

1.सूर्य ग्रह -
सूर्य सभी ग्रहों का स्वामी होता है। ज्योतिष में सूर्य ग्रह का रंग नारंगी, रक्त वर्ण लाल और सुनहरा माना जाता है। इस रंग का प्रयोग करने से व्यक्तित्व में सकारात्मकता आती है। सूर्य दोष दूर होता है, जीवन में सफलता मिलती है।
2.चंद्र ग्रह -
चंद्रमा पृथ्वी के सबसे पास होने के कारण हमारी धरती पर सबसे ज्यादा असर डालता है। चंद्रमा मन का कारक होता है। इसका रंग सफेद है,चंद्र दोष होने पर सफेद रंग की वस्तुओं दूध, खीर, मखाना, चावल या चांदी का दान करना चाहिए।
3.मंगल ग्रह -
भारतीय ज्योतिष में मंगल ग्रह का रंग लाल माना जाता है। इसलिए मूंगा, लाल रंग के फूल, वस्त्र, मसूर की दाल आदि का प्रयोग मंगल ग्रह की स्थिति को मजबूत करने के लिए प्रयोग किया जाता है। लाल रंग प्रेम, उत्साह और साहस का रंग है। इसका प्रयोग सोच समझ कर करना चाहिए।
4.बुध ग्रह -
बुध ग्रह को वाणी कुशलता, संचार और बुद्धि का ग्रह माना जाता है। इसक का रंग हरा होता है। बुध दोष को दूर करने के लिए हरे रंग के कपड़े, मूंग की दाल, हरी रंग की वस्तुओं का दान करना प्रभावी होता है।
5.बृहस्पति ग्रह -
बृहस्पति ग्रह को देवताओं का गुरु माना जाता है, इसलिए इसे गुरू ग्रह भी कहा जाता है। इस ग्रह का रंग पीला है। गुरु दोष को दूर करने के लिए हल्दी, चना, गुड़, पीले रंग के वस्त्र का प्रयोग करना चाहिए।
6.शुक्र ग्रह -
शुक्र ग्रह को प्रेम, सौंदर्य और सुख-सौभाग्य का ग्रह माना जाता है। इस ग्रह का रंग चमकीला सफेद और गुलाबी माना जाता है। जिन लोगों के वैवाहिक जीवन और आपसी संबंधों में परेशानियां आ रही हों, उन्हें चमकीले सफेद या गुलाबी रंग की वस्तुओं का प्रयोग करना चाहिए।
7.शनि ग्रह -
शनि ग्रह का रंग काला या नीला माना गया है,क्योंकि उसके वलय में नीला रंग भी होता है। शनि के दुष्प्रभावों से बचने के लिए काले रंग के जूते, छाते, लोहे के सामान या नीले रंग के फूल का इस दिन दान करने और पूजन में प्रयोग करना चाहिए।
8.राहु ग्रह -
राहु और केतु ग्रह को अशुभ ग्रहों की श्रेणी में रखा जाता है। राहु ग्रह का रंग वैसे तो नीला है लेकिन कहीं-कहीं काला भी माना जाता है। लेकिन राहु के प्रभाव से बचने के लिए इन रंगों का प्रयोग सोच समझ कर करना चाहिए।
9.केतु ग्रह -
केतु ग्रह का रंग चमकीला होता है, लेकिन ज्योतिष में इसका रंग है चितकबरा अर्थात काला और सफेद माना गया है। केतु के प्रभाव से बचने के लिए चितकबरे कुत्ते को रोटी खिलानी चाहिए।

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