घर में कहां लगाएं हनुमान जी के चित्र, वास्तु शास्त्र के अनुसार
घर पर हनुमानजी के चित्र कहां पर और कैसे लगाया जाएं इसके कुछ नियम हैं।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। पवनपुत्र और श्रीराम भक्त हनुमान कलयुग के देवता हैं। भगवान हनुमान साक्षात और जाग्रत देवता हैं। हनुमानजी बहुत ही जल्द प्रसन्न होने वाले देव हैं, साथ ही इनकी पूजा आराधना भी सरल मानी गई है। हालांकि भगवान हनुमानजी की भक्ति करने के कुछ खास तरह के नियम होते हैं जिन्हें कठिन माना गया है। कहने का मतलब हनुमानजी जी उपासना जिसनी आसान है उसनी ही कठिन। हनुमानजी की साधना में भक्तों को ब्रह्राचार्य का पालन करने के साथ उत्तम चरित्र का भी ध्यान रखना पड़ता है। भगवान हनुमानजी की साधना करने से बहुत जल्द ही जीवन में आए संकट खत्म हो जाते हैं और मन को सुख-शांति की प्राप्ति हो जाती है। हनुमानजी की साधना से बल,बुद्धि और विद्या की प्राप्ति होती है। ऐसी मान्यता है कि जिन घरों में हनुमानजी की प्रतिमा होती है और नियमित उनकी पूजा होती है वहां शनिदोष, पितृदोष और भूत पिशाचों का डर व दोष नहीं होती है। घर पर हनुमानजी के चित्र कहां पर और कैसे लगाया जाएं इसके कुछ नियम हैं।
भूत, प्रेत आदि से बचने के लिए
यदि आपको लगता है कि आपके घर पर नकारात्मक शक्तियों का असर है तो आप हनुमानजी का शक्ति प्रदर्शन की मुद्रा में चित्र लगाएं। आप चाहे तो पंचमुखी हनुमानजी का चित्र मुख्य द्वार के ऊपर लगा सकते हैं या ऐसी जगह लगाएं जहां से यह सभी को नजर आए। ऐसा करने से घर में किसी भी तरह की बुरी शक्ति प्रवेश नहीं करेगी।
शयनकक्ष में न लगाएं हनुमान चित्र
शास्त्रों के अनुसार हनुमानजी बाल ब्रह्मचारी हैं और इसी वजह से उनका चित्र शयनकक्ष में न रखकर घर के मंदिर में या किसी अन्य पवित्र स्थान पर रखना शुभ रहता है। शयनकक्ष में रखना अशुभ है।
पंचमुखी हनुमान
वास्तु विज्ञान के अनुसार पंचमुखी हनुमानजी की मूर्ति जिस घर में होती है, वहां उन्नति के मार्ग में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं और धन संपत्ति में वृद्धि होती है। यदि भवन में गलत दिशा में कोई भी जल स्रोत हो तो इस वास्तु दोष के कारण परिवार में शत्रु बाधा, बीमारी व मन मुटाव देखने को मिलता है। इस दोष को दूर करने के लिए उस भवन में ऐसे पंचमुखी हनुमान का चित्र लगाना चाहिए। जिनका मुख उस जल स्रोत की ओर देखते हुए दक्षिण पाश्चिम दिशा की तरफ हो।
बैठक में लगाएं हनुमान जी का यह स्वरूप
घर की बैठक में आप श्रीराम दरबार का फोटो लगाएं, जहां हनुमानजी प्रभु श्रीरामजी के चरणों में बैठे हुए हैं। इसके अलावा बैठक में पंचमुखी हनुमानजी का चित्र, पर्वत उठाते हुए हनुमानजी का चित्र या श्रीराम भजन करते हुए हनुमानजी का चित्र लगा सकते हैं। ध्यान रखें कि उपरोक्त में से कोई एक चित्र लगा सकते हैं।
पर्वत उठाते हुए हनुमान का चित्र
यदि यह चित्र आपके घर में है तो आपमें साहस, बल, विश्वास और जिम्मेदारी का विकास होगा। आप किसी भी परिस्थिति से घबराएंगे नहीं। हर परिस्थिति आपके समक्ष आपको छोटी नजर आएगी और तुरंत ही उसका समाधान हो जाएगा।
उड़ते हुए हनुमान
यदि यह चित्र आपके घर में है तो आपकी उन्नति, तरक्की और सफलता को कोई रोक नहीं सकता। आपमें आगे बढ़ने के प्रति उत्साह और साहस का संचार होगा। निरंतर आप सफलता के मार्ग पर बढ़ते जाएंगे।
श्रीराम भजन करते हुए हनुमान
यदि यह चित्र आपके घर में है तो आपमें भक्ति और विश्वास का संचार होगा। यह भक्ति और विश्वास ही आपके जीवन की सफलता का आधार है।