कब मनाई जाएगी आमलकी एकादशी, जानिए शुभ मुहूर्त एवं महत्व
हिंदू पंचांग के अनुसार, हर की ग्यारहवी तिथि को एकादशी कहा जाता है। यह तिथि हर महीने दो बार आती है।
जनता से रिश्ता वेबडेसक | हिंदू पंचांग के अनुसार, हर की ग्यारहवी तिथि को एकादशी कहा जाता है। यह तिथि हर महीने दो बार आती है। पूर्णिमा के बाद और अमावस्या के बाद। पूर्णिमा के बाद आने वाली एकादशी को कृष्ण पक्ष की एकादशी और अमावस्या के बाद आने वाली एकादशी को शुक्ल पक्ष की एकादशी कहा जाता है। यह फाल्गुन मास चल रहा है। इस मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को आमलकी एकादशी कहा जाता है। यह एकादशी होली से कुछ दिन पहले आती है ऐसे में इसे रंगभरी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। हर एकादशी की तरह इस दिन भी भगवान विष्णु की खास पूजा-अर्चना की जाती है। मान्यता है कि जो व्यक्ति आमलकी एकादशी का व्रत पूरे विधि-विधान के साथ रखता है उसे भगवान विष्णु जी का आशीर्वाद प्राप्त होता है। साथ ही मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस वर्ष आमलकी एकादशी का व्रत 25 मार्च 2021 को रखा जाएगा। आइए जानते हैं आमलकी एकादशी का शुभ मुहूर्त और महत्व।