जनता से रिश्ता वेबडेस्क। ज्योतिष: हिंदू धर्म में पर्व त्योहारों को बेहद ही खास माना गया है वही शिव का प्रिय महीना सावन 14 जुलाई दिन गुरुवार से आरंभ हो चुका है जिसे श्रावण मास के नाम से भी जाना जाता है पंचांग के अनुसार सावन में कई पर्व त्योहार मनाए जाते हैं इन्हीं में से एक नाग पंचमी का पर्व भी है हर साल श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नाग पंचमी का त्योहार मनाया जाता है
ये दिन नाग देवता को समर्पित है इस दिन नाग देव की विधिवत पूजा की जाती है ऐसा करने से भक्तों की सारी इच्छाएं पूरी होती है धार्मिक मान्यता है कि नाग पंचमी के दिन नाग देवता की पूजा करने से भक्तों को उनका आशीर्वाद मिलता है और कई तरह के शुभ फल भी प्राप्त होते हैं तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा नाग पंचमी की तिथि, मुहूर्त और पूजन विधि के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान कर रहे हैं तो आइए जानते हैं।
नाग पंचमी तिथि—
आपको बता दें कि इस साल नाग पंचमी का त्योहार श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि यानी 2 अगस्त को मनाया जाएगा। ऐसे में इस बार नाग पंचमी 2 अगस्त को पड़ रही है।
नाग पंचमी का शुभ मुहूर्त—
नाग पंचमी तिथि आरंभ— 2 अगस्त सुबह 5 बजकर 13 मिनट से
नाग पंचमी तिथि समाप्त— 3 अगस्त सुबह 5 बजकर 41 मिनट पर
नाग पंचमी तिथि का शुभ मुहूर्त— 2 अगस्त सुबह 5 बजकर 43 मिनट से शुरू हो रही है और सुबह 8 बजकर 25 मिनट तक रहेगी।
जानिए नाग पंचमी की पूजन विधि—
आपको बता दें कि नाग पंचमी बेहद ही महत्वपूर्ण मानी जाती है इस दिन अनन्त, वासुकी, पद्म, महापद्म, तक्षक, कुलीर, कर्कट, शंख, कालिया और पिंगल नामक देव नागों की पूजा अर्चना की जाती है ऐसे में इस दिन घर के मुख्य द्वार पर सांप की आठ आकृतियां बनाई जाती है फिर हल्दी, रोली, चावल और पुष्प अर्पित किया जाता है वह नागदेवता की पूजा होती है मिष्ठान का भोग लगाकर नाग देवता की कथा पढ़नी चाहिए पूजा करने के बाद कच्चे दूध में घी, चीनी मिलाकर उसे लकड़ी पर रखें गए सांप को अर्पित करें। ऐसा करने से भक्तों की सभी परेशानियां दूर हो जाती है और इनकी मन की मुराद भी पूरी होती है नाग देवता की कृपा से जीवन में सुख शांति और समृद्धि का आगमन होता है।