नए साल 2023 का प्रारंभ 01 जनवरी दिन रविवार से होने वाला है। पौष माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को नए साल की पहली पूर्णिमा होगी।
यह पौष पूर्णिमा कहलाएगी, पूर्णिमा की रात चंद्रमा अपने संपूर्ण 16 कलाओं से युक्त होकर धरती पर चांदनी बिखेरता है। ज्योतिष में चंद्रमा को मन का कारक माना जाता है। पूर्णिमा की रात चंद्रमा और माता लक्ष्मी की पूजा का महत्व है।
पंचांग के अनुसार, पौष माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि 06 जनवरी दिन शुक्रवार को 02 बजकर 14 एएम से शुरू हो रही है। यह तिथि अगले दिन 07 जनवरी शनिवार को प्रात: 04 बजकर 37 मिनट तक मान्य रहेगी। ऐसे में उदयातिथि और चंद्रमा की पूर्णिमा की रात का ध्यान करते हुए पौष पूर्णिमा 06 जनवरी 2023 को है। इस दिन व्रत, स्नान, दान और पूजा पाठ किया जाएगा।
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