सनातन धर्म में कई ऐसे व्रत है जो महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और खुशहाल वैवाहिक जीवन की कामना से करती है लेकिन करवा चौथ का व्रत बेहद ही खास माना जाता है जिसका इंतजार सुहागिन महिलाओं को बड़ी बेसब्री से होता है। पति की लंबी आयु के लिए इस दिन शादीशुदा महिलाएं निर्जला उपवास करती है और चांद की पूजा के बाद ही अपना व्रत खोलती है।
पंचांग के अनुसार हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को करवा चौथ का व्रत मनाया जाता है ऐसे में इस बार यह व्रत 1 नवंबर दिन बुधवार को पड़ रहा है इस दिन विवाहित महिलाएं करवा माता, चौथ माता और श्री गणेश की पूजा करती है ऐसे में आज हम आपको इस व्रत से जुड़ी अन्य जानकारी से अवगत करा रहे हैं तो आइए जानते है।
करवा चौथ की तारीख और शुभ समय—
इस बार करवा चौथा का व्रत 1 नवंबर दिन बुधवार को किया जाएगा। वही इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त शाम को 5 बजकर 44 मिनट से रात 7 बजकर 2 मिनट तक है। व्रती को पूजन के लिए कुल 1 घंटे 17 मिनट का शुभ समय प्राप्त हो रहा है।
बी वही इसके अलावा करवा चौथ पर चांद रात को 8 बजकर 26 मिनट पर निकलेगा। चंद्रमा की पूजा के बिना इस व्रत को पूर्ण नहीं माना जाता है ऐसे में करवा चौथ का व्रत रखने वाली महिलाओं को इस दिन चंद्र देव की पूजा जरूर करनी चाहिए। ऐसा करने से व्रत पूजा का पूर्ण फल प्राप्त होता है।