ज्योतिष न्यूज़ : हिंदू धर्म में कई सारे पर्व मनाए जाते हैं और सभी का अपना महत्व भी होता है लेकिन कालाष्टमी को बेहद ही खास माना गया है जो कि शिव के रौद्र रूप भगवान कालभैरव की पूजा अर्चना को समर्पित है। इस दिन पूजा पाठ और व्रत करने से भगवान का आशीर्वाद मिलता है।
पंचांग के अनुसार कालाष्टमी व्रत हर माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर किया जाता है इस बार मासिक कालाष्टमी का व्रत 3 मार्च को किया जाएगा। इस दिन कालभैरव की विधिपूर्वक पूजा का विधान होता है। मान्रूता है कि इनकी साधना आराधना जीवन के दुख और संकट दूर कर देती है साथ ही घर में सुख शांति और समृद्धि प्रदान करती है तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा कालाष्टमी की पूजा का शुभ मुहूर्त बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
मासिक कालाष्टमी पूजा मुहूर्त—
हिंदू पंचांग के अनुसार कालाष्टमी तिथि की शुरुआत 3 मार्च को सुबह 8 बजकर 44 मिनट पर हो रही है और इसका समापन अगले दिन यानी 4 मार्च को सुबह 8 बजकरा 49 मिनट पर हो जाएगा। ऐसे में कालाष्टमी का व्रत 3 मार्च को किया जाएगा।
आपको बता दें कि इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नन आदि करें इसके बाद कालभैरव का ध्यान कर साफ वस्त्रों को धारण करें अब मंदिर की साफ सफाई करके गंगाजल का छिड़काव करें। एक चौकी पर लाल वस्त्र बिछाकर भगवान कालभैरव की प्रतिमा स्थापित करें फिर प्रभु के समक्ष दीपक जलाएं और उनकी आरती करें। अब काल भैरव अष्टक का पाठ करें साथ ही भगवान से सुख समृद्धि के लिए प्रार्थना कर उन्हें भोग लगाएं। इसके बाद प्रसाद का वितरण करें।