कब है? महावीर जयंती जानें जैन धर्म के हैं 5 प्रमुख सिद्धांत

पंचांग के मुताबिक चैत्र शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को महावीर जयंती (Mahavir Jayanti) मनाई जाती है

Update: 2022-04-13 07:05 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क |  पंचांग के मुताबिक चैत्र शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को महावीर जयंती (Mahavir Jayanti) मनाई जाती है. भगवान महावीर (Lord Mahavir) जैन धर्म (Jain Religion) के अंतिम तीर्थंकर यानी अध्यात्मिक गुरु थे. यही कारण है कि जैन संप्रदाय में महावीर जयंती काफी महत्वपूर्ण होती है. आइए जानते हैं महावीर जयंती की तिथि, शुभ मुहूर्त, विधि और भगवान महावीर के सिद्धांत.

महवीर जयंती शुभ मुहूर्त 
महावीर जयंती 14 अप्रैल, 2022 को मनाई जाएगी. इस दिन त्रयोदशी तिथि का आरंभ सुबह 4 बजकर 49 मिनट से शुरू होगी. जबकि त्रयोदशी तिथि का समापन 15 अप्रैल, 2022 की सुबह 3 बजकर 55 मिनट पर होगा.
भगवान महावीर के सिद्धांत
भगवान महावीर ने जैन धर्म के 5 सिद्धांत बताए. जैन धर्म के 5 प्रमुख सिद्धांत सत्य, अहिंसा, अपरिग्रह, अस्तेय और ब्रह्मचर्य हैं. भगवान महावीर का कहना था कि हर व्यक्ति को इन 5 सिद्धांतों का पालन करना चाहिए.
कैसे मनाते हैं महावीर जयंती
महावीर जयंती के दिन जैन संप्रदाय को मानने वाले सुबह प्रभातफेरी लगाते हैं. साथ ही इस दिन भगवान महावीर की प्रतिमा को पालकी में रखकर यात्रा निकालते हैं. इसके अलावा इस दिन सोने-चांदी के कलश से भगवान महावीर का जलाभिषेक किया जाता है. साथ ही मंदिर में ध्वज लगाया जाता है.
भगवान महावीर के विचार
भगवान महावीर का कहना था कि ईश्वर का कोई अलग अस्तित्व होता है. केवल सही दिशा में प्रयास करके देवताओं को प्राप्त किया जा सकता है. प्रत्येक आत्मा आनंदमय और सर्वज्ञ है. भगवान महावीर का कथन है कि आनंद हमारे अंदर है इसे बाहर ढूढ़ने की कोशिश ना करें. हर जीव के उपर दया करनी चाहिए. दूसरों के प्रति का भाव रखने से सिर्फ विनाश होता है. शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने से बेहतर है कि खुद पर विजय प्राप्त करें.


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