कब है गणगौर,जानें शुभ मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में
गणगौर का पावन त्योहार राजस्थान के लोगों के लिए बेहद महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। गणगौर का पावन त्योहार राजस्थान के लोगों के लिए बेहद महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है. यह त्योहार चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि के दिन मनाया जाता है. मुख्य रूप से इसकी शुरुआत होली के दूसरे दिन से हो जाती है. वहीं 16 दिनों तक यह त्योहार मनाया जाता है. महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुख शांति के लिए गणगौर व्रत को रखती हैं. बता दें कि कुछ लोग सौभाग्य तृतीया भी कहते हैं. ऐसे में गणगौर तीज की तिथि (Gangaur Teej date) और शुभ मुहूर्त (Gangaur Teej shubh muhurat) के बारे में पता होना जरूरी है. आज का हमारा लेख इसी विषय पर है. आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि गणगौर का शुभ मुहूर्त क्या है. साथ ही पूजा विधि के बारे में भी जानेंगे…
गणगौर तीज की पूजा विधि
इस दिन भगवान शंकर और माता पार्वती की पूजा की जाती है और सौभाग्य का वर प्राप्त किया जाता है. यह दिन सुहागनों के लिए बेहद भी शुभ और महत्वपूर्ण होता है. इसमें मिट्टी से मां पार्वती की मूर्ति बनाई जाती है और उसे स्थापित कर उनकी पूजा की जाती है. मां गौरा की मूर्ति पवित्र कमरे में चौबीस अंगुल चौड़ी और चौबीस अंगुल लंबी वर्गाकार वेदी बनानी चाहिए. इसके बाद हल्दी चंदन आदि से चौक कर बालू से मां गौरी बनानी चाहिए. अब सुहाग की वस्तुएं अर्पित करनी चाहिए. अब पूजा के लिए गौरी व्रत कथा पढ़कर अक्षत, चंदन, धूप-दीप चढ़ाकर मां को अर्पित किए सिंदूर से अपनी मांग भरनी चाहिए. ध्यान रहे गणगौर की पूजा दोपहर में करके भोजन करे व्रत का पारण किया जाता है. मान्यता है कि गणगौर का प्रसाद पुरुषों के लिए नहीं होता है.
गणगौर तीज 2022 तिथि
तृतीया तिथि प्रारंभ तिथि: 3 अप्रैल, 2022 दिन रविवार
तृतीया तिथि प्रारंभ समय: दोपहर 12:38 बजे
तृतीया तिथि समाप्त समय: 4 अप्रैल, 2022 सोमवार
तृतीया तिथि समापन दोपहर: 01:54 बजे