चैत्र नवरात्रि कब है.....जानिए शुभ मुहूर्त और कलश स्थापना की विधि

Chaitra Navratri 2022: चैत्र नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा को खुश करने के लिए उनके नौ स्वरुपों की पूजा की जाती है. नवरात्रि में भक्त मानोकामनी की पूर्ति के लिए 9 दिन तक उपवास भी रखते हैं.

Update: 2022-03-02 05:57 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। साल में चार बार नवरात्रि मनाई जाती है. जिसमें चैत्र और शारदीय नवरात्रि का खास महत्व है. इस बार चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri 2022) 2 अप्रैल, 2022 से शुरू हो रही है और इसका समापन 11 अप्रैल 2022 को होगा. नवरात्रि के पवित्र 9 दिनों में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है.

चैत्र नवरात्रि शुभ मुहूर्त (Chaitra Navratri Shubh Muhurat)
चैत्र नवरात्रि के लिए कलश स्थापना शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को होगी. कलश स्थापना के लिए शुभ मुहूर्त 2 अप्रैल सुबह 6 बजकर 10 मिनट से लेकर 8 बजकर 29 मिनट तक है. यानी कलश स्थापना के लिए कुल 2 घंटे 18 मिनट का समय मिलेगा.
कैसे करें कलश स्थापना?
कलश स्थापना के लिए सुबह उठकर स्नान के बाद साफ कपड़े पहनें. पूजा स्थल या पूजा मंदिर की साफ-सफाई कर लाल कपड़े बिछाएं. फिर इसके उपर अक्षत रखें. इसके बाद इसके ऊपर जौ बोएं. फिर इसके ऊपर जल से भरा हुआ कलश स्थापित करें. कलश पर स्वास्तिक बनाकर इस पर कलावा बांधें. कलश में साबुत, सुपारी, सिक्सा, अक्षत और आम का पल्लव डालें. इसके बाद एक नारियल के ऊपर चुनरी लपेटकर कलावा बांधें. इस नारियल को कलश के ऊपर रखें. इसके बाद देवी का आवाहन करें. फिर धूप-दीप आदि जलाकर कलश की पूजा करें. इसके बाद मां दुर्गा की पूजा करें.
किस दिन देवी के किस स्वरुप की होगी पूजा?
2 अप्रैल- शनिवार, घटस्थापना और शैलपुत्री स्वरुप की पूजा
3 अप्रैल- मां ब्रह्मचारिणी स्वरूप की पूजा
4 अप्रैल- माता चंद्रघंटा की पूजा
5 अप्रैल- माता कुष्माण्डा की पूजा
6 अप्रैल- स्कंदमाता की पूजा
7 अप्रैल- मां कात्यायनी की पूजा
8 अप्रैल- मां कालरात्रि की पूजा
9 अप्रैल- महागौरी की पूजा
10 अप्रैल- मां सिद्धिदात्री की पूजा


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