कब और कैसे मनाई जाती है महावीर जयंती
इस वर्ष महावीर जयंती 25 अप्रैल को पड़ रही है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | इस वर्ष महावीर जयंती 25 अप्रैल को पड़ रही है। इस दिन को भगवान महावीर के जन्म उत्सव के तौर पर मनाया जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, चैत्र मास के 13वें दिन महावीर स्वामी का जन्म हुआ था। इनका जन्म बिहार के कुंडग्राम/कुंडलपुर के राज परिवार में हुआ था। मान्यता है कि इन्हें जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर के रूप में माना जाता है। ये उन 24 लोगों में से हैं जिन्होंने तपस्या से आत्मज्ञान की प्राप्ति की थी। कहा जाता है कि तीर्थंकर वह लोग होते हैं जो इंद्रियों और भावनाओं पर पूरी तरह से विजय प्राप्त कर लेते हैं। तो आइए जानते हैं कैसे मनाई जाती है महावीर जयंती।
इस तरह मनाएं महावीर जयंती:
इस दिन देशभर के जैन मंदिरों में पूजा की जाती है। साथ ही शोभा यात्राएं भी निकाली जाती हैं। इस दिन जैन समुदाय के लोग स्वामी महावीर के जन्म की खुशियां मनाते हैं। इन्होंने दुनिया को सत्य, अहिंसा के कई उपदेश दिए थे। इन्होंने ही जैन धर्म के पंचशील सिद्धांत बताए थे जो इस प्रकार हैं- अहिंसा, सत्य, अपरिग्रह, अचौर्य (अस्तेय) और ब्रह्मचर्य।
जानें भगवान महावीर का जीवन:
इनके बचपन का नाम वर्धमान था। इनकी माता का नाम महारानी त्रिशाला और पिता का नाम महावीर महाराज सिद्धार्थ था। महावीर स्वामी ने आत्मज्ञान की तलाश में 30 वर्ष की उम्र में ही अपना सारा राज-पाट छोड़ दिया था। इन्होंने अपना घर-बार छोड़ दिया था। उन्होंने 12 वर्ष तक कठोर तपस्या की और दीक्षा ग्रहण की। तप के पश्चात ही भगवान महावीर को कैवल्य ज्ञान की प्राप्ति हुई और वो तीर्थंकर कहलाए।