माता सरस्वती का स्वरूप क्या प्रेरणा देता है जाने महत्त्व
5 फरवरी को बसंत पंचमी (Basant Panchami) का पर्व है. माना जाता है कि इसी दिन माता सृष्टि के रचियता ब्रह्मा जी के मुख से प्रकट हुई थीं
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | 5 फरवरी को बसंत पंचमी (Basant Panchami) का पर्व है. माना जाता है कि इसी दिन माता सृष्टि के रचियता ब्रह्मा जी के मुख से प्रकट हुई थीं. कमल पर विराजमान मां सरस्वती (Maa Saraswati) के एक हाथ में पुस्तक, एक में वीणा, एक में माला और एक हाथ आशीर्वाद मुद्रा में है. उनका वाहन हंस है. बसंत पंचमी के दिन माता सरस्वती की पूजा की जाती है. भक्त माता का व्रत रखते हैं, उनसे आशीर्वाद पाने की कामना रखते हैं. लेकिन कोई भी कभी उनके स्वरूप को पहचाननने का प्रयास नहीं करता. हिंदू धर्म (Hindu Religion) में हर देवी देवता का स्वरूप ही अपने आप में एक बड़ी प्रेरणा है. उस प्रेरणा को अगर हम जीवन में उतार लें, तो व्यक्तित्व खुद ही निखर जाएगा. बसंत पंचमी के मौके पर जानिए माता सरस्वती का स्वरूप क्या प्रेरणा देता है.