इन 4 राशियों के लिए मूंगा पहनना माना जाता है शुभ

ज्योतिष के अनुसार रत्न ग्रहों का शुभ प्रभाव बढ़ाकर व्यक्ति को जीवन में तरक्की दिलाने का कारक बनते हैं।

Update: 2022-07-19 12:38 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क।   ज्योतिष के अनुसार रत्न ग्रहों का शुभ प्रभाव बढ़ाकर व्यक्ति को जीवन में तरक्की दिलाने का कारक बनते हैं। रत्न शास्त्र में 9 रत्नों का वर्णन मिलता है। इन रत्नों को 9 ग्रहों से संबंध होता है। यहां हम बात करने जा रहे हैं मूंगा रत्न के बारे में। मूंगा रत्न का संबंध मंगल ग्रह से है। मंगल को जोश और साहस का कारक माना जाता है। आइए जानते हैं मूंगा पहनने के क्या लाभ हैं और इसे धारण करने की सही विधि क्या है।

ऐसा होता है मूंगा
रत्न शास्त्र मुताबिक मूंगा स्टोन धारण करने मंगल का शुभ प्रभाव बढ़ता है और मंगल ग्रह मजबूत होता है। मूंगा लाल, सिंदूरी, गेरुआ, सफेद तथा काले रंग का होता है। यह एक तरह की लकड़ी होती है, जो समुद्र के अंदर पाई जाती है।
मूंगा धारण करने के लाभ
रत्न शास्त्र में मूंगा मंगल ग्रह का रत्न माना गया है जो साहस व ऊर्जा के स्वामी हैं। यह रत्न, प्रशासन, आर्मी, पुलिस, मेडिकल क्षेत्र, इंजीनियर कार्य इत्यादि कारोबार के कारक माने जाते है। वहीं किसी व्यक्ति को खून से सम्बन्धित कोई रोग है तो उसे मूंगा धारण करने से लाभ मिलता है। वहीं मिर्गी और पीलिया रोगियों के लिए मूंगा धारण करना लाभप्रद रहता है। शुगर रोगी अगर मूंगा धारण करेंगे तो उनका शुगर कंट्रोल में बना रहेगा। जिनके मासपशियों में दिक्कत रहती है, उन्हें मूंगा धारण करने से लाभ मिलता है।
ये राशि के लोग कर सकते हैं धारण
ज्योतिष शास्त्र अनुसार मेष और वृश्चिक राशि, लग्न वाले लोग मूंगा धारण कर सकते हैं। क्योंकि इन राशियों के स्वामी मंगल देव हैं। सिंह लग्न व सिंह राशि वालों के लिए मूंगा भाग्य को चमकाने वाला होता है। सिंह वालों के भाग्य का आधिपत्य मंगल के हाथ में होता है। धनु लग्न और राशि के लिए मंगल बुद्धि एवं क्रिएटिविटी का स्वामी होता है, साथ ही यह खर्च के भाव का भी स्वामी होता है। इसलिए आप लोग भी मूंगा पहन सकते हैं।
जानिए धारण करने की सही विधि
रत्न विज्ञान अनुसार मूंगा रत्न को कम से कम 6 से सवा 7 रत्ती का खरीदना चाहिए। साथ ही मूंगा को सोना, चांदी या तांबे की अंगूठी में बनवाकर धारण करना चाहिए। अंगूठी को धारण करने से पहले कच्चे दूध और गंगाजल से शुद्ध कर लें। साथ ही मंगलवार के दिन प्रातःकाल से लेकर दोपहर तक किसी भी समय में आप इसे दाएं हाथ की अनामिका उंगली में मूंगा पहन सकते हैं। धारण करने के बाद क्रां क्रीं क्रौं सः भौमाय नमः मंत्र का 108 बार जाप करें। स्त्रियां बाएं हाथ की अनामिका उंगली में मूंगा धारण करें, तो शुभ रहेगा।
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