Sawan में ऐसे धारण करे रुद्राक्ष की माला भगवान शिव की बनेगी कृपा

Update: 2024-08-08 10:42 GMT
रुद्राक्ष Rudraksh: रुद्राक्ष पहनने से व्यक्ति को मानसिक शांति मिलती है और जातक की शारीरिक परेशानियां दूर होती हैं। पूर्णिमा, अमावस्या और सोमवार का दिन रुद्राक्ष को धारण करने के लिए श्रेष्ठ माना जाता है। लेकिन यदि आप सावन में रुद्राक्ष पहनते हैं, तो यह और भी ज्यादा शुभ होता है। ऐसे में आज इस Article के जरिए हम आपको रुद्राक्ष धारण करने की विधि और इससे जुड़े नियमों के बारे में बताने जा रहे हैं।
ऐसे करें शुद्धिकरण
रुद्राक्ष धारण करने से पहले इसका शुद्धिकरण करना बहुत जरूरी होता है। इसके लिए आप एक कटोरी में 1 चम्मच दही लें फिर उसमें गंगाजल और शहद मिलाएं। इसके बाद घी और तुलसी की पत्ती लें। फिर रुद्राक्ष को कटोरी में रख दें और इसको थोड़ी देर के लिए रखा रहने दें। ऐसा करने से रुद्राक्ष शुद्ध हो जाता है। थोड़ी देर बाद रुद्राक्ष को कटोरी से निकालकर उसे गंगाजल से धो लें। अब महादेव के मंत्रों से रुद्राक्ष की पूजा करें और 'ऊँ नम: शिवाय' मंत्र का जाप करते हुए रुद्राक्ष की प्राण प्रतिष्ठा करें। अंत में रुद्राक्ष को सफेद या लाल धागे में पिरोकर पहन लें।
रुद्राक्ष धारण करने के नियम
-इसे हमेशा अपने पैसों से खरीदकर पहनना चाहिए।
-रुद्राक्ष को सावन महीने के सोमवार को धारण करना शुभ माना जाता है।
-ज्योतिष की सलाह और कुंडली की जांच के बाद रुद्राक्ष पहनना चाहिए।
-सावन में रुद्राक्ष की विधि-विधान से पूजा और मंत्रों के जाप के बाद ही पहनना चाहिए।
-रुद्राक्ष धारण करने के बाद इसको गंदे हाथों से नहीं छुना चाहिए।
-इसको पहनने के बाद मांस-मदिरा का त्याग कर देना चाहिए।
-रुद्राक्ष धारण करने के फायदे
-रुद्राक्ष पहनने से व्यक्ति के जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
-रुद्राक्ष धारण करने से जातक का भाग्योदय होता है।
-रुद्राक्ष को धारण करने से जातक की Strength and energy में वृद्धि होती है।
-धार्मिक मान्यता के मुताबिक रुद्राक्ष पहनने से महादेव के साथ महालक्ष्मी की कृपा भी बनी रहती है।
-रुद्राक्ष पहनने से व्यक्ति को जीवन में सभी तरह की सुख-सुविधाएं प्राप्त होती हैं।
-रुद्राक्ष पहनने से ग्रहों के बुरे प्रभाव से बचा जा सकता है।
-रुद्राक्ष का सिर्फ मन पर ही नहीं बल्कि स्वास्थ्य पर भी सकारात्मक असर होता है।
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