कुंडली में कमजोर राहु पहुंचाता है आर्थिक नुकसान, ग्रहों की दशा में डालता है अशुभ प्रभाव

जीवन में ग्रहों का विशेष महत्व होता है. किसी जातक की कुंडली में ग्रहों की दशा शुभ-अशुभ प्रभाव डालती है. अगर किसी जातक की कुंडली में ग्रह खराब स्थिति में हैं

Update: 2021-12-12 13:12 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Astrology Tips: जीवन में ग्रहों का विशेष महत्व होता है. किसी जातक की कुंडली में ग्रहों की दशा शुभ-अशुभ प्रभाव डालती है. अगर किसी जातक की कुंडली में ग्रह खराब स्थिति में हैं तो उसे जीवन में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है. यही नहीं, ग्रहों के दुर्बल होने के स्थिति में व्यक्ति कई प्रकार के रोगों से घिर जाता है. ऐसे में कुंडली में सबसे पहले शनि, राहु और केतु की दशा ही देखी जाती है. क्योंकि ये तीन ग्रह ऐसे हैं, जिनकी दशा खराब होने पर व्यक्ति को बहुत ज्यादा ही परेशानियों का सामना करना पड़ता है.

आप इन लक्षणों को देखकर जान सकते हैं कि आपकी कुंडली में राहु की दशा खराब है या होने वाली है.
1. कहते हैं कि राहु के खराब होने की स्थिति में धन की बर्बादी होती है और आर्थिक नुकसान होने लगता है. इसे खराब राहु का संकेत माना जाता है.
2. छोटी-छोटी बातों पर बहुत गुस्सा आना और खुद पर से नियंत्रण खो देना भी कुंडली में राहु की दशा खराब होने का संकेत देता है.
3. हाथों के नाखून का खुद से टूटना भी खराब राहु की स्थिति को बयां करता है.
4. कहते हैं कि राहु खराब होने पर भ्रम की स्थिति होने लगती है. व्यक्ति अपनी योग्यताओं और क्षमताओं पर ही शक करने लगता है.
5. इतना ही नहीं, कुंडली में राहु की कमजोर स्थिति के कारण व्यक्ति दूसरों को बेवजह ही भला-बुरा कहने लगता है. दूसरों से उसके संबंध खराब होने लगते हैं.
6. वहीं, खराब राहु के कारण मस्तिष्क रोग, कब्ज, अतिसार, चेचक, कुष्ठ, कैंसर, गठिया, हृदय रोग, त्वचा रोग, ​हड्डी टूटना जैसी समस्याएं भी पैदा होने लगती हैं.
7. राहु का कमजोर होने के कारण कई बार लोगों को भूत-प्रेत का डर लगने लगात है.
8. कहते हैं कि राहु के खराब होने से व्यक्ति की स्मरण शक्ति कमजोर होती है. भूख- प्यास से जुड़ी समस्याएं भी होने लगती हैं.


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