Vastu Tips: घर के अंदर कभी भी बोनसाई और कंटीले पौधे नहीं लगाने चाहिए। इससे घर का वास्तु बिगड़ता है और नकारात्मक ऊर्जा फैलती है। घर के उत्तर-पूर्वी हिस्सों में कभी भी भारी मूर्तियां नहीं रखनी चाहिए, वास्तुविज्ञान के अनुसार, इससे घर पर नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव रहता है।
आ सकती हैं मानसिक परेशानियां
बिस्तर के नीचे कभी भी जूते-चप्पल नहीं रखना चाहिए, वास्तुशास्त्र के अनुसार, इससे घर के लोग बीमार हो सकते हैं और मानसिक परेशानियां आती हैं। देवी- देवताओं की खंडित मूर्तियों को भी घर में नहीं रखना चाहिए। बंद और टूटी-फूटी घड़ियों को रखने से घर में सकारात्मक ऊर्जा कम होने लगती है और नकारात्मकता बढ़ती है।
इस दिशा में न हो अंधेरा
उत्तर-पश्चिम दिशा में अंधेरा नहीं होना चाहिए। इस दिशा का सीधा संबंध पैसों और तरक्की से होता है, इसलिए वास्तुशास्त्र के अनुसार, इस दिशा में अंधेरा होने से घर की खुशहाली पर भी नजर लग सकती है। पूजा और दान के लिए घर में लायी गई वस्तुओं को अधिक दिनों तक घर में नहीं रखना चाहिए।
रसोई और शयन कक्ष रखें साफ
यदि घर में वास्तुदोष हो तो मकान की तोड़फोड़ न करें, बल्कि घर के कार्यों को व्यवस्थित ढंग से करना चाहिए। खाना बनाने के बाद रसोई घर की तुरंत साफ कर देना चाहिए। बाथरूम को दिनभर साफ-सुथरा रखें और Dining hall, wardrobe में रखी चीजों को करीने से सजाकर रखें।
व्यवस्थित रखें चीजें
जो चीज जहां रखनी चाहिए वहीं रखें, इधर-उधर फेंकी हुई न हो। जिस चीज का इस्तेमाल न होता हो उसे कबाड़ बनाकर न रखें तुरंत फेंक दें। यदि फेंकने की इच्छा न हो तो बॉक्स में रखकर हल्के कपड़े से ढंक दें।
न लगने दें जाला
फर्श पर पोंछा लगाते समय पानी में नमक डालें। प्रतिदिन आरती करें और कपूर जलाएं। मकड़ी का जाला राहु का प्रतीक है इसलिए घर में जाला न होने दें। दीवार पर बंद घड़ी न लगाएं। इससे मंगल, शनि का प्रभाव खत्म हो जाएगा।
घर में हरियाली के लिए जगह छोड़ें
घर के पूजा घर को बेहतर रखें, घर में हरियाली के लिए जगह छोड़ें। यदि किसी कन्या के विवाह में देरी हो रही तो तो उसका कमरा वायव्य यानी पश्चिम-उत्तर की ओर बनाएं इससे उसकी शादी जल्दी और बिना किसी विघ्न के होने की संभावना होती है। वास्तुशास्त्र के अनुसार, रसोई घर को वायव्य कोण में बनाना चाहिए।