जमीन के लिए वास्तु टिप्स हैं खास, घर में बरकरार रहती है आर्थि संमृद्धि
किस प्रकार की जमीन पर घर बनवाना शुभ और सुख-समृधि कारक होता है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। जनता से रिश्ता वेबडेस्कखुद का जमीन और उस पर आलीशान घर की इच्छा हर किसी की होती है. वास्तु शास्त्र के अनुसार घर बनाने के लिए जमीन खरीदने के पहले उस भूमि की बनावट के बारे में जान लेना आवश्यक होता है. ऐसा करने से मकान बनाने के बाद उसमें रखने वाले लोग कई प्रकार के वास्तु दोष से बच सकते हैं और धन-धान्य संपन्न हो सकते हैं. वास्तु शास्त्र के मुताबिक जानते हैं कि किस प्रकार की जमीन पर घर बनवाना शुभ और सुख-समृधि कारक होता है.
सुख-समृद्धि और संपन्नता में होती है वृद्धि
वास्तु शास्त्र के अनुसार जमीन की खुदाई में कोयला, हड्डी, कपाल, लोहा इत्यादि मिलना शुभ नहीं माना जाता है. वहीं अगर ईंट, पत्थर या सिक्के निकले तो जमीन शुभ और आर्थिक संमृद्धि वाली मानी जाती है. इसके अलावा अगर खुदाई में ईंट मिलने पर धन लाभ होता है. जबकि तांबे के सिक्के मिलने पर सुख-समृद्धि और संपन्नता में वृद्धि् होती है.
वास्तु के मुताबिक कैसा होना चाहिए जमीन?
-वास्तु शास्त्र के मुताबिक घर बनाने के लिए भूमि लेते वक्त इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि मकान का मुख दक्षिण दिशा में न रहे.
-उत्तर या पूर्व की ओर मुख वाला मकान शुभ माना जाता है. इसके साथ ही मकान का मुख्य द्वार पूरब या उत्तर दिशा की ओर होना शुभ और अच्छा माना गया है.
-मकान बनाने के लिए गड्ढ़े वाली जमीन जीवन में आर्थिक तंगी और मानसिक परेशानी लाती है. वहीं जमीन के दक्षिणी हिस्से में नदी, तालाब, नाले या अन्य जल के स्रोत नहीं होने चाहिए.
-वास्तु शास्त्र के मुताबिक जिस जमीन पर कांटेदार पौधे हों वहां मकान नहीं बनाना चाहिए. अगर जमीन की मिट्टी लाल रंग की है तो वहां पर व्यापार करना उत्तम माना जाता है.