Vastu tips: अधिकांश घरों में प्राकृतिक प्रकाश न्यूनाधिक आता ही है। पहाड़ों में कई स्थान ऐसे भी होते हैं जहां कभी धूप आती ही नहीं। दिल्ली के कई ऐसे संकरे बाजार और गलियां हैं जहां धूप झांक ही नहीं सकती और वहां व्यावसायिक स्थलों में रात-दिन लाईट जला कर रखनी पड़ती है। यहां तक कि बड़े व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में कैबिन बना कर कृत्रिम प्रकाश का ही सहारा लेना पड़ता है। घर हो या दुकान या कार्यालय, आज बिना प्रकाश के सब कुछ शून्य है। प्रकाश व्यवस्था रोजाना कामों के अनुसार की जाती है कभी प्रसन्नता प्रकट करने के लिए जैसे दीवाली, परिवार में खुशी के अवसर पर घरों तथा कार्यालयों पर रोशनी की जाती है। केवल
रंगों के अलावा बल्बों की रोशनी का भी हमारे मन, मस्तिष्क, कार्यशैली एवं भाग्य पर प्रभाव पड़ता हैं बल्ब का सीधा संबंध रोशनी से होता हैं और रोशनी के तार सीधे घर की सकारात्मक ऊर्जा से जुड़े होते हैं, यदि प्राचीन समय की बात की जाए तो तब बल्ब नहीं हुआ करते थे तो दीपक का प्रयोग किया जाता था, लेकिन आज के समय में हम घर के हर हिस्से में दीपक नहीं जला सकते हैं इसलिए रोशनी के साधन बल्ब से संबंधित वास्तु का जिक्र करेंगे, आज हम आपको बताएंगे कि घर के किस कोने में कब कहां और कैसे बल्ब जलाने से आपको लाभ होगा।
घर को खूबसूरत बनाने में लाइटिंग का बहुत बड़ा रोल होता है। पहले जहां इसके लिए Tubelights, Colourful बल्ब का इस्तेमाल किया जाता था वहीं अब इनके साथ ही और भी कई स्मार्ट लाइट्स का प्रयोग किया जा रहा है। घरों को रोशन करने के लिए झूमर, साइड लैंप्स, डांसिंग लाइट्स जैसे कई ऑप्शन्स हैं।
मंदिर आदि जगहों पर रंगीन लाइट या जीरो बल्ब का इस्तेमाल किया जा सकता है, पर इनको किसी भी कमरे और घर के और हिस्से में नहीं लगाना चाहिए। सफेद रंग की रोशनी से घर में शांति होने के साथ-साथ वातावरण ठंडा और खुशनुमा भी रहता है।
दक्षिण पूर्व अग्नि की दिशा है और साथ ही साथ यह धन के प्रवाह की भी दिशा है। यह दिशा महत्वपूर्ण इसलिए है क्योंकि इस दिशा का संबंध हर शुभ कार्य के साथ जुड़ा है। अग्नि तत्व के असंतुलन की वजह से शुभ कार्यों में देरी होती है तथा कार्य बनते-बनते अचानक रुक जाते हैं। लाल बल्ब अग्नि दिशा में स्थापित कर देने से यह अग्नि को बल देता है और उसके संतुलन में मदद करता है। दक्षिण पूर्व दिशा के अंदर लाल बल्ब लगाने से हमें धन के प्रवाह में मदद मिलती है साथ ही साथ ऐसी रकम जो कोई हमें वापस नहीं आ रही या कोई हमें दे नहीं रहा और हम चाहते हैं कि उसकी रिकवरी हो जाए, ऐसी परिस्थिति में भी दक्षिण पूर्व दिशा में लाल बल्ब लगा देने से हमारा रुका हुआ काम बन जाता है। अगर दक्षिण पूर्व दिशा के अंदर टॉयलेट है तो हमें उसका उपाय तो करना ही चाहिए साथ ही साथ अगर हम वहां पर एक लाल बल्ब जला दें तो काफी बेहतर परिणाम मिलने शुरू हो जाते हैं। इस घटनाक्रम में हमें एक बात का विशेष रुप से ध्यान रखना चाहिए कि यह लाल बल्ब हमेशा जलता रहना चाहिए यानी कि हमें इसे कभी भी बंद नहीं करना है।
घर के हाल या लिविंग रूम में कभी भी पश्चिम दिशा में बल्ब नहीं लगाना चाहिए। इस दिशा को छोड़ आप बाकी सभी दिशा में बल्ब लगा सकते हैं। हाल में उत्तर दिशा में एक Tube light लगाना शुभ माना जाता हैं। ऐसा करने से घर में लड़ाई-झगड़े कम होते हैं और खुशियां ज्यादा रहती हैं।
किचन में बल्ब लगाते समय इस बात का ध्यान रहे कि ये पूर्व दिशा वाली दीवार पर जरूर लगा हो, यदि आपके किचन का प्लेटफार्म उत्तर दिशा की ओर हैं तो एक बल्ब आप वहां भी लगा सकते हैं, हालांकि पूर्व दिशा वाली दीवार पर बल्ब का होना अतिवश्यक होता हैं। यहां बल्ब लगाने से कभी अन्न की कमी नहीं होती हैं।
बैडरूम में जिस दिशा में आपका बैड रखा हैं उसके ठीक सामने वाली दीवार पर बल्ब लगाना शुभ माना जाता हैं। इससे शादीशुदा कपल के रिश्तों में मिठास आती हैं।
बाथरूम में दक्षिण दिशा की ओर बल्ब कभी नहीं लगाना चाहिए। इससे नैगेटिव एनर्जी फैलती हैं।
शाम के समय घर के सारे बल्बों को एक बार जरूर जलाना चाहिए। आप चाहे तो बाद में इसे बंद कर सकते हैं लेकिन घर के आंगन और पूजा घर में शाम के वक्त कभी अंधेरा न रहने दे, यहां बल्ब जलते रहना चाहिए, ये अच्छे भाग्य के लिए जरूरी होता हैं।