Vastu Tips: क्या आपने कभी सोचा है कि नये घर में प्रवेश वास्तु के अनुसार होना चाहिए? नए घर में प्रवेश करना हर किसी के जीवन का एक खूबसूरत सपना होता है, यह समय किसी भी व्यक्ति के जीवन का बहुत ही अनमोल और यादगार पल होता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में प्रवेश करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि वास्तु के नियमों का पालन करने से घर में Positive ऊर्जा आती है और सुख-समृद्धि आती है। अक्सर ऐसा होता है कि कई लोग नए घर में प्रवेश करते समय वास्तु के नियमों का पालन नहीं करते हैं। ऐसा करने से वास्तु दोष उत्पन्न हो सकता है जिसका प्रभाव आपके परिवार के सदस्यों पर पड़ सकता है। अगर आप भी जल्द ही नए घर में शिफ्ट होने की तैयारी कर रहे हैं तो इन 5 जरूरी वास्तु नियमों का ध्यान रखें।
मुख्य द्वार के दिशा का चुनाव
वास्तु के अनुसार घर का मुख्य द्वार उत्तर-पूर्व दिशा में होना चाहिए। यह मुख्य द्वार के लिए शुभ दिशा मानी जाती है। इसलिए अगर संभव हो तो कोशिश करें कि घर का मुख्य द्वार इसी दिशा में हो। यदि यह संभव न हो तो पूर्व या पश्चिम दिशा की ओर भी कर सकते हैं।
गृह प्रवेश की शुभ मुहूर्त
गृह प्रवेश के लिए सही तारीख और समय का चयन करना बहुत जरूरी है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शुक्ल पक्ष के दिन, गुरुवार, शुक्रवार या रविवार को गृह प्रवेश करना शुभ माना जाता है। लेकिन फिर भी गृह प्रवेश के शुभ समय के लिए किसी जानकार ज्योतिषी से संपर्क करना चाहिए।
पूजा-पाठ का महत्व
पूजा-पाठ से घर में हमेशा सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है। नए घर में प्रवेश करने से पहले पूजा करना जरूरी होता है। इससे घर में Positiveऊर्जा आती है और नकारात्मक शक्तियां दूर हो जाती हैं। इसलिए घर में सुख-शांति के लिए गृह प्रवेश के समय पूजा का आयोजन जरूर करना चाहिए।
वास्तु दोषों का निवारण
अगर आपके नए घर में कोई वास्तु दोष है तो उसे दूर करना जरूरी है। आप किसी वास्तु विशेषज्ञ से सलाह लेकर इन दोषों को ठीक कर सकते हैं। इससे भविष्य में होने वाली परेशानियां कम हो जाती हैं।
स्वच्छता और सुव्यवस्था
नए घर को हमेशा साफ सुथरा रखने से मां लक्ष्मी अपनी कृपा बनाए रखती हैं। वास्तु के अनुसार नए घर में प्रवेश करने से पहले उसे हमेशा साफ-सुथरा और व्यवस्थित रखें। ऐसा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है।