तुलसी का पौधा भी रखता है व्रत, जल देने से मिलती है भगवान विष्‍णु की कृपा

भगवान विष्‍णु की कृपा

Update: 2021-06-21 12:29 GMT

तुलसी का पौधा (Tulsi Plant) कई घरों में होता है. लोग उसमें जल चढ़ाते हैं, शाम को दीया लगाते हैं. दरअसल, भगवान विष्‍णु (Lord Vishnu) को तुलसी बहुत प्रिय हैं. लिहाजा तुलसी जी की आरती करने से, उन्‍हें जल चढ़ाने से देवी तुलसी के साथ-साथ भगवान विष्‍णु और देवी लक्ष्‍मी (Devi Laxmi) भी अपनी कृपा बरसाती हैं. आज निर्जला एकादशी है और सारी एकादशी भगवान विष्‍णु को समर्पित हैं. आइए जानते हैं कि भगवान विष्‍णु की प्रिय तुलसी का ख्‍याल कैसे रखना चाहिए.

तुलसी जी को जल अर्पित करने के नियम
- तुलसी के पौधे को कभी भी रविवार (Sunday) और एकादशी (Ekadashi) के दिन जल नहीं चढ़ाना चाहिए. मान्‍यता है कि इन दोनों दिन में तुलसी जी भगवान विष्‍णु के लिए व्रत रखती हैं. ऐसे में जल चढ़ाने से उनका व्रत टूट जाएगा और तुलसी का पौधा मुरझा जाएगा.
- तुलसी के पौधे को बाकी दिनों में उचित मात्रा में ही जल चढ़ाएं. पानी की कम या ज्‍यादा मात्रा से पौधा खराब हो जाएगा.
- आम दिनों में एक दिन छोड़कर भी जल दिया जा सकता है. वहीं बारिश के मौसम में हफ्ते में 2 बार ही जल दें.
-बहुत ठंड या गर्मी से भी तुलसी का पौधा नष्‍ट हो जाता है, लिहाजा ठंड में पौधे के आसपास कपड़ा लगा सकते हैं. तेज बारिश से भी तुलसी को बचाकर रखना चाहिए.
(नोट: इस लेख में दी गई सूचनाएं सामान्य जानकारी और मान्यताओं पर आधारित हैं. जनता से रिश्ता इनकी पुष्टि नहीं करता है.)


Tags:    

Similar News

-->