साल में कई सारी तीज मनाई जाती हैं लेकिन भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि पर पड़ने वाली तीज बेहद खास मानी जाती हैं जिसे कजरी तीज के नाम से जाना जाता हैं। यह रक्षाबंधन के तीन दिन बाद मनाई जाती हैं इस बार कजरी तीज का त्योहार 2 सितंबर दिन शनिवार यानी कल मनाया जाएगा। तीज का त्योहार सुहागिन महिलाओं के लिए अधिक महत्व रखता हैं।
इस दिन शादीशुदा महिलाएं उपवास रखते हुए शिव पार्वती की विधि विधान से पूजा करती हैं मान्यता है कि कजरी तीज के दिन व्रत पूजा करने से पति की आयु लंबी होती हैं और वैवाहिक जीवन में खुशहाली बनी रहती हैं। ऐसे में आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा तीज पूजन की संपूर्ण विधि बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
कजरी तीज पूजा की विधि—
कजरी तीज व्रत वाले दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करें इसके बाद पूजन स्थल की अच्छी तरह से सफाई करके एक चौकी पर लाल वस्त्र बिछाएं। अब शिव पार्वती की प्रतिमा स्थापित करें। इसके बाद उनकी विधि विधान से पूजा करें माता को सुहाग की सभी सामग्री अर्पित कर शिव शंकर को बेलपत्र, गाय का दूध, गंगाजल और धतूरा अर्पित करें इसके बाद शिव पार्वती के विवाह की कथा सुनें।
अब रात्रि में चंद्रमा की विधि विधान से पूजा करें और हाथ में चांदी की अंगूठी और गेहूं के दाने लेकर चंद्रदेव को जल अर्पित करें। पूजा समापत होने के बाद किी सौभाग्यवती महिला को सुहाग की सामग्री दान कर उनका आशीर्वाद व्रत करें और अपने व्रत को खोलें।