आज बुधवार का दिन गणेश जी की पूजा के लिए समर्पित है,जानें गणेश मूर्ति से जुड़ी धार्मिक मान्यताएं
आज बुधवार का दिन विघ्नहर्ता श्री गणेश जी (Lord Ganesha) की पूजा के लिए समर्पित है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आज बुधवार का दिन विघ्नहर्ता श्री गणेश जी (Lord Ganesha) की पूजा के लिए समर्पित है. आज के दिन गणेश मंदिर (Ganesh Temple) में जाकर गणपति बप्पा के दर्शन करना शुभ होता है. हम लोग अपने घरों, दफ्तरों, दुकानों आदि में भगवान गणेश की मूर्ति (Ganesha Idol) रखते हैं, ताकि कार्य में कोई बाधा न आए, हर दिन मंगल और शुभ हो. कई बार अज्ञानवश हम भगवान गणेश की ऐसी मूर्तियां रख लेते हैं, जो अमंगलकारी और वास्तुदोष को बढ़ाने वाली हो सकती हैं. आइए जानते हैं कि घर, दुकान, दफ्तर आदि जगहों पर किस प्रकार की गणेश जी की मूर्ति नहीं रखनी चाहिए.
गणेश मूर्ति से जुड़ी धार्मिक मान्यताएं
1. घर के अंदर कभी भी प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनी मूर्ति नहीं रखनी चाहिए. वास्तु के अनुसार, मिट्टी, गोबर, धातु या क्रिस्टल से बनी मूर्तियों को अच्छा और शुभ माना गया है.
2. घर के अंदर जो भी गणेश जी की मूर्ति लाएं, वह बैठी हुई मुद्रा में हो तो ज्यादा अच्छा होगा. यह घर के लिए अच्छा होता है. काम वाली जगह पर खड़े गणपति की मूर्ति लगानी चाहिए, जिसमें भगवान गणेश का पैर धरती से स्पर्श करता हो.
3. घर के अंदर आपको उस गणेश मूर्ति को स्थापित करना चाहिए, जिसकी सूंड बांई तरफ मुड़ा हो. ऐसी मान्यता है कि इस तरह के गणेश मूर्ति की पूजा सामान्य तरीके से भी हो सकती है.
4. दाईं सूंड वाले गणेश जी की मूर्ति दक्षिणाभिमुखी मूर्ति होती है. इसकी पूजा करने के लिए आपको सभी नियमों का पालन करना होता है, जो सबके लिए संभव नहीं है. ऐसी मूर्ति को जागृत मूर्ति कहते हैं, इसमें पूजा नियमों का पालन आवश्यक है. ऐसा न करने पर गणेश जी नाराज हो जाते हैं और फिर समस्याएं बढ़ जाती हैं.
5. गणेश जी के उस मूर्ति या तस्वीर की पूजा नहीं करनी चाहिए, उसमें उनका वाहन मूषक न हो. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, ऐसी मूर्ति या तस्वीर दोषपूर्ण होती है. पूजा करने से भी दोष लगता है.