आज सोम प्रदोष व्रत पर बन रहे ये तीन शुभ योग.....जानिए पूजा विधि व शुभ समय

भगवान शिव को समर्पित प्रदोष व्रत को शास्त्रों में सुख प्रदान करने वाला बताया गया है। यह हर माह के शुक्ल व कृष्ण की त्रयोदशी को रखा जाता है। माघ माह के शुक्ल पक्ष का प्रदोष व्रत 14 फरवरी, सोमवार को रखा जाएगा।

Update: 2022-02-14 03:56 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। भगवान शिव को समर्पित प्रदोष व्रत को शास्त्रों में सुख प्रदान करने वाला बताया गया है। यह हर माह के शुक्ल व कृष्ण की त्रयोदशी को रखा जाता है। माघ माह के शुक्ल पक्ष का प्रदोष व्रत 14 फरवरी, सोमवार को रखा जाएगा। सोमवार के दिन पड़े वाले प्रदोष व्रत का महत्व और बढ़ जाता है। मान्यता है कि प्रदोष व्रत के प्रभाव से चंद्रमा शुभ फल देता है। सोम प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव की सच्चे मन से अराधना करने वाले जातकों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

प्रदोष व्रत पर बन रहे ये शुभ योग-
प्रदोष व्रत 14 फरवरी के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग व आयुष्मान योग का शुभ संयोग बन रहा है। प्रदोष व्रत के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग 11 बजकर 53 मिनट से शुरू होगा, जो कि अगले दिन 15 फरवरी को सुबह 07 बजे तक रहेगा। रवि योग दिन में 11 बजकर 53 मिनट पर शुरू होगा। इस दिन आयुष्मान योग रात 09 बजकर 29 मिनट तक रहेगा। इसके बाद सौभाग्य योग शुरू होगा।
सोम प्रदोष व्रत शुभ मुहूर्त 2022-
माघ, शुक्ल त्रयोदशी प्रारम्भ - 06:42 पी एम, फरवरी 13
माघ, शुक्ल त्रयोदशी समाप्त - 08:28 पी एम, फरवरी 14
प्रदोष काल- 06:10 पी एम से 08:28 पी एम
प्रदोष व्रत पूजा- विधि
सुबह जल्दी उठकर स्नान कर लें।
स्नान करने के बाद साफ- स्वच्छ वस्त्र पहन लें।
घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें।
अगर संभव है तो व्रत करें।
भगवान भोलेनाथ का गंगा जल से अभिषेक करें।
भगवान भोलेनाथ को पुष्प अर्पित करें।
इस दिन भोलेनाथ के साथ ही माता पार्वती और भगवान गणेश की पूजा भी करें। किसी भी शुभ कार्य से पहले भगवान गणेश की पूजा की जाती है।
भगवान शिव को भोग लगाएं। इस बात का ध्यान रखें भगवान को सिर्फ सात्विक चीजों का भोग लगाया जाता है।
भगवान शिव की आरती करें।
इस दिन भगवान का अधिक से अधिक ध्यान करें।


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