आज चैत्र नवरात्रि के सातवें दिन करें मां कालरात्रि की पूजा,जानें पूजा विधि एवं आरती
चैत्र नवरात्रि के सातवें दिन मां कालरात्रि की पूजा विधि विधान से करते हैं.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। चैत्र नवरात्रि के सातवें दिन मां कालरात्रि की पूजा विधि विधान से करते हैं. मां कालरात्रि को शुभंकरी भी कहते हैं. मां दुर्गा के सातवें स्वरूप मां कालरात्रि कृष्ण वर्ण की हैं, इस वजह से इनका नाम कालरात्रि है. मां दुर्गा ने राक्षस रक्तबीज का संहार करने के लिए कालरात्रि अवतार धारण किया था. देवी कालरात्रि तीन आंखों वाली, गले में मुंड की माला पहनने वाली और अपने बालों को खुले रखने वाली हैं. वे चार भुजाओं वाली देवी हैं. अपने दो हाथों में अस्त्र शस्त्र धारण करती हैं, जबकि दो हाथ वरदमुद्रा में रहते हैं. देवी कालरात्रि का वाहन गधा है. इनका स्वरूप इतना भयंकर और डरावना है कि बुरी शक्तियां इनको देखते या इनके नाम का जप करते ही दूर हो जाती हैं. आइए जानते हैं देवी कालरात्रि की पूजा विधि, मंत्र, मुहूर्त एवं आरती के बारे में.