आज है ज्येष्ठ पूर्णिमा, इन 5 उपायों से दूर होगी पैसों की परेशानी
हिंदू शास्त्रों में ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा का खास महत्व है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | हिंदू शास्त्रों में ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा का खास महत्व है. इस दिन वट पूर्णिमा व्रत भी रखा जाता है. मान्यता है कि ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन यदि गंगा या किसी पवित्र नदी में स्नान किया जाए तो तमाम पाप कट जाते हैं. इस बार ज्येष्ठ पूर्णिमा आज 24 जून को मनाई जा रही है. गुरुवार के दिन पूर्णिमा तिथि पड़ने से इस दिन का महत्व कहीं ज्यादा बढ़ गया है. वहीं आज के दिन अमृत और रवि योग भी हैं. इन दोनों ही योग को सौभाग्यदायक माना जाता है. यदि आपके घर में धन संबन्धी समस्याएं लंबे समय से चल रही हैं तो इस शुभ दिन में कुछ खास उपाय करके समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं.
1. आज मध्य रात्रि में श्रीनारायण और माता लक्ष्मी की पूजा करें और एक घी का दीपक जलाकर उसे मेन गेट पर रख दें. मान्यता है कि ऐसा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और जल्द ही उनका आगमन घर में होता है.
2. पूर्णिमा का दिन माता लक्ष्मी को अति प्रिय होता है. आज माता लक्ष्मी की नारायण के साथ पूजा करें और उन्हें खीर का भोग लगाएं. इसके बाद पांच कन्याओं को घर में बुलाकर भोजन कराएं और उन्हें दक्षिणा देकर और पैर छूकर विदा करें. इससे माता लक्ष्मी अत्यंत प्रसन्न होती हैं. कुछ पूर्णिमा तक इस क्रम को दोहराएं. जल्द ही आपके बुरे दिन खत्म हो जाएंगे.
3. इस दिन लक्ष्मी स्त्रोत्र और कनकधारा स्तोत्र को पढ़ना अत्यंत शुभ माना जाता है. आज के दिन इसे पढ़कर शाम को दीप दान करें. एक दीपक तुलसी के नीचे भी जरूर रखें. साथ ही माता रानी से अपने संकटों को दूर करने की प्रार्थना करें.
4. कौड़ियां माता लक्ष्मी को अति प्रिय हैं. आज के दिन 11 कौड़ियों में हल्दी लगाकर माता लक्ष्मी को समर्पित कर दें. इसके बाद मां लक्ष्मी के साथ इन कौड़ियों की हल्दी और केसर लगाकर पूजा करें. कनकधारा स्तोत्र का पाठ करें. इसके बाद माता से भूल की क्षमा मांगते हुए अपनी कृपा दृष्टि डालने की प्रार्थना करें. अगले दिन स्नान के बाद इन कौड़ियों को एक लाल वस्त्र में डालें और पोटली बनाकर तिजोरी या अलमारी में रख दें. इससे घर में बरकत होती है.
5. आज के दिन पीपल की पूजा करना भी काफी शुभ माना जाता है क्योंकि पीपल में नारायण का वास होता है. अगर आपको बिजेनस में कई दिनों से नुकसान हो रहा है तो आज के दिन एक लोटे में पानी और कच्चा दूध मिलाकर उसमें चीनी या बताशा डालें, फिर पीपल पर चढ़ाएं. इसके अलावा एक दीपक भी जलाएं. इससे नारायण और मां लक्ष्मी दोनों की कृपा मिलती है.
(यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं, इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)