आज सावन के पहले सोमवार पर बने 3 खास योग, शिवलिंग पर चढ़ाएं ये एक चीज

हिंदू कैलेंडर में पांचवा महीना माना गया श्रावण मास 14 जुलाई से शुरू हो चुका है. इस महीने को आम बोलचाल की भाषा में सावन महीना कहते हैं. आज 18 जुलाई 2022 को सावन मास का पहला सोमवार है

Update: 2022-07-18 02:26 GMT

हिंदू कैलेंडर में पांचवा महीना माना गया श्रावण मास 14 जुलाई से शुरू हो चुका है. इस महीने को आम बोलचाल की भाषा में सावन महीना कहते हैं. आज 18 जुलाई 2022 को सावन मास का पहला सोमवार है. सावन सोमवार को बहुत महत्‍व है. महादेव को प्रसन्‍न करने के लिए सावन का महीना और विशेष तौर पर इसके सोमवार को सबसे ज्‍यादा खास माना गया है. जो लोग सावन सोमवार का व्रत रखते हैं, भगवान भोलेनाथ की पूरी भक्ति-भाव से पूजा और अभिषेक करते हैं, उनकी हर मनोकामना पूरी होती है.

सावन सोमवार पर बने 3 शुभ योग

साल 2022 का पहला सावन सोमवार इसलिए भी ज्‍यादा खास बन गया है क्‍योंकि इस दिन विशेष शुभ योग बन रहे हैं. आज सावन सोमवार पर रवि योग, मौना पंचमी योग और शोभन योग बन रहे हैं. रवि योग में शिव जी की पूजा के साथ मंत्र साधना करना प्रभावी नतीजे देता है. आज महामृत्युंजय मंत्र का जाप जरूर करें. इसके अलावा मौना पंचमी होने के कारण शिव जी के साथ-साथ नाग देवता की भी पूजा करें. वहीं दुर्लभ संयोग शोभन योग में व्रत-पूजा करने से अपार सुख-समृद्धि और सौभाग्‍य मिलता है.

शिवलिंग पर अर्पित करें रुद्राक्ष

सावन महीने में शिवलिंग पर गंगाजल, बेलपत्र, शहद, धतूरा, भांग, कपूर, दूध, चावल, सफेद फूल चंदन और भस्म आदि अर्पित किए जाते हैं. ये चीजें भोलेनाथ को बेहद प्रिय हैं लेकिन इसके अलावा शिव जी की सबसे प्रिय चीज रुद्राक्ष है. माना जाता है रुद्राक्ष की उत्‍पत्ति शिव जी के आंसुओं से हुई है. यदि सावन सोमवार के दिन शिवलिंग पर रुद्राक्ष भी अर्पित करें तो व्‍यक्ति की सोई किस्‍मत भी जाग जाती है. उसकी हर मनोकामना पूरी होती है. भगवान शिव के आंसुओं से पैदा हुए रुद्राक्ष दुर्भाग्य को सौभाग्य में बदलने की ताकत रखते हैं. इसके अलावा रुद्राक्ष धारण करने के लिए भी सावन महीना और सावन सोमवार उत्‍तम समय हैं.


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