सूर्य को मजबूत करने के लिए रविवार के दिन करें ये छोटे-छोटे उपाय, बड़े-बड़े काम चुटकियों में पूरे होंगे

सनातन धर्म में रविवार का दिन सूर्य देव को समर्पित किया गया है.

Update: 2022-03-20 02:41 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। नातन धर्म में रविवार (Sunday) का दिन सूर्य देव को समर्पित किया गया है. सूर्य देव को नियमित अर्घ देने से व्यक्ति की कुंडली (Kundali) का सूर्य मजबूत होता है. यदि आप प्रतिदिन सूर्य देव को जल अर्पित नहीं कर पाते हैं, तो यह काम आप प्रति रविवार कर सकते हैं. इसके लिए एक तांबे (Copper) के लोटे में चावल, लाल रंग के फूल और लाल मिर्च के कुछ दाने डालकर सूर्य देव (Surya Dev) को अर्घ्य दें. धर्म शास्त्रों के अनुसार अगर आपके काम बनते बनते बिगड़ जाते हैं या उस काम में आपको सफलता नहीं मिलती है तो इसके पीछे कुंडली में सूर्य का कमजोर होना एक महत्वपूर्ण कारण हो सकता है. सूर्य को मजबूत करने के लिए ज्योतिष शास्त्र में कई उपाय बताए गए हैं. इनमें से कुछ आसान और छोटी-छोटे उपाय हम आपसे साझा करेंगे जिससे आपको कई फायदे हो सकते हैं.

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार
धार्मिक मान्यता के अनुसार रविवार के दिन सूर्य देव की विधि विधान से पूजा अर्चना करने से व्यक्ति के जीवन में कोई समस्या नहीं आती और ज़िंदगी भर सुख-समृद्धि और धन संपत्ति की प्राप्ति होती है. कहा जाता है रविवार के दिन जो व्यक्ति सूर्य देव का व्रत करते हैं उनकी शत्रुओं से रक्षा होती है. साथ ही रविवार का व्रत करने और कथा सुनने से इंसान की हर मनोकामना पूरी होती है.
सुबह के समय जब आप सूर्य देव को अर्घ दें तो इन मंत्रों का उच्चारण करते हुए सूर्य देव को अर्घ दें. इससे सूर्य देव प्रसन्न होते हैं.
सूर्य मंत्र
ॐ सूर्याय नम:

ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नमः

ऊँ घृणि: सूर्यादित्योम

ऊँ घृणि: सूर्य आदित्य श्री

ऊँ ह्रां ह्रीं ह्रौं स: सूर्याय: नम:
कुछ आसान उपाय जिन्हें करके आप लाभ पा सकते हैं
-कहा जाता है रविवार के दिन दान करने से आपके सारे रुके काम गतिशील हो जाते हैं. इस दिन तांबे के बर्तन, लाल कपड़े, गेहूं, गुड़ और लाल चंदन अपने सामर्थ्य के अनुसार दान करना शुभ माना जाता है.
-जब भी सूर्य देव को जल अर्पित करें हमेशा एक बात का ध्यान रखें कि तांबे के कलश के अलावा अन्य किसी भी धातु का कलश या बर्तन इस्तेमाल ना करें.
-कभी भी सूर्य देव को स्नान किए बिना जल अर्पित ना करें.
-सूर्य देव को जल अर्पित करते समय तांबे के कलश में रोली या लाल चंदन, लाल फूल और चावल के कुछ दाने डालकर अर्घ दें.


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