भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए गुरुवार को करें ये उपाय
आज साल 2022 के जून महीने का तीसरा और आषाढ़ मास का पहला गुरुवार है। धार्मिक मान्यता के मुताबिक गुरुवार का दिन जगत के पालनहार भगवान विष्णु का दिन माना जाता है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आज साल 2022 के जून महीने का तीसरा और आषाढ़ मास का पहला गुरुवार है। धार्मिक मान्यता के मुताबिक गुरुवार का दिन जगत के पालनहार भगवान विष्णु का दिन माना जाता है। भगवान विष्णु को 'नारायण' और 'हरि' भी कहते हैं। मान्यता के मुताबिक सच्चे मन से श्रीहरि का स्मरण करने वालों को कभी निराशा नहीं मिलती है। कष्ट और मुसीबत चाहें जितनी भी बड़ी हो श्रीहरि सब दुख हर लेते हैं।
गुरुवार के दिन भगवान विष्णु की खास पूजा-अर्चना की मान्यता है। भगवान विष्णु के आशीर्वाद से सभी तरह की परेशानियों से छुटकारा मिल जाता है। भाग्य साथ नहीं दे रहा है या कोई भी समस्या चल रही है तो गुरुवार के दिन कुछ आसान उपाय करने से आपकी किस्मत बदल सकती है।
विष्णु जी के मुख्य मंत्र
लक्ष्मी कान्तं कमल नयनम योगिभिर्ध्यान नग्म्य्म।
ॐ नमोः नारायणाय। ॐ नमोः भगवते वासुदेवाय।
गुरुवार को लक्ष्मी-नारायण दोनों की एक साथ पूजा करने से जीवन में खुशियां आती है और पति-पत्नी के बीच कभी दूरियां नहीं आतीं। साथ ही धन में भी वृद्धि होती है। जीवन में कई तरह की परेशानियां आती हैं जिनका हम चाहते हुए भी हल नहीं निकल पाते है। कुछ समस्याएं जैसे कड़ी मेहनत करने पर भी हमें उसका फल नहीं मिलता।
सही जीवनसाथी की तलाश खत्म नहीं होती। घरेलू समस्याएं, मानसिक तनाव जैसी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए गुरुवार को पूजा करने से सुख शांति मिलती है। इतना ही नही अगर कुंडली में अगर गुरु खराब है तो मनुष्य अपने जीवन में कभी भी तरक्की नही कर सकता। गुरु को धन, वैवाहिक जीवन और संतान का कारक भी माना जाता है।
गुरुवार को केसर, पीला चंदन या फिर हल्दी का दान करना बहुत शुभ माना गया है। ऐसा करने से गुरु मजबूत होता है, जिससे आरोग्य और सुख की वृद्धि होती है। साथ ही घर में सुख-शांति का वास होता है। अगर आप इनका दान नहीं कर पाते हैं तो कोई बात नहीं इन्हें तिलक के रूप में लगाने से भी लाभ मिलता है इस दिन अगर आप कुछ उपाय करते हैं तो आपको जीवन में किसी भी प्रकार की समस्या की नहीं होगी।
तो चलिए जानते हैं गुरुवार के इन उपायों के बारे में…
भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए गुरुवार को करें ये उपाय (Guruwar ke Upay)
- ब्रम्ह मुहूर्त में उठकर स्नान करें।
- नहाने के पानी में चुटकी भर हल्दी डालकर स्नान करें।
- गुरुवार के दिन स्नान के बाद पीला वस्त्र धारण करें।
- भगवान विष्णु की विधिवत पूजा करें।
- पूजा में पीले फूलों का प्रयोग करें।
- भगवान विष्णु के सामने घी का दीपक जलाएं।
- भगवान विष्णु के किसी भी मंत्र का जाप करें।
- 'ॐ बृ बृहस्पते नमः' का जाप भी करें।
- 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' मंत्र का भी जाप जरूर करें।
- स्नान के बाद भगवान विष्णु की प्रतिमा व चित्र का सामने घी का दीया जलाएं।
- भगवान विष्णु को पीले रंग के फूलों के साथ तुलसी का एक छोटा सा पत्ता अर्पित करें।
- अपने माथे पर हल्दी, चंदन या केसर का तिलक धारण करें।
- गुरुवार का व्रत रखें और केले के पौधे में जल अर्पित कर पूजा अर्चना करें। ऐसा करने से विवाह में आने वाली रुकावटों का समाधान होता है और अगर आप विवाहित हैं तो आपके वैवाहिक जीवन में किसी भी प्रकार की समस्या नहीं आती।
- मान्यता के मुताबिक भगवान बृहस्पति को पीले रंग की चीजें बहुत पसंद हैं। इसलिए इस दिन ब्राह्मणों को पीले रंग की वस्तुएं जैसे- चने की दाल, फल आदि दान करें।
- इस दिन सुबह के समय चने की दाल और थोड़ा-सा गुड़ को घर के मुख्य द्वार पर रखें।
- इस दिन को धार्मिक महत्व के लिहाज भी काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। घर में धन की बरक्कत के लिए गुरुवार का दिन सबसे शुभ माना जाता है। इस दिन पीले रंग की चीजों को विशेष महत्व दिया जाता है।
- गुरुवार के दिन न तो किसी को उधार दें और न हीं किसी से उधार लें। यदि आप ऐसा करते हैं तो आपकी कुंडली में गुरु की स्थिति खराब हो सकती है और आपको आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ सकता है।
- अगर आप गुरुवार का व्रत रखते हैं तो, इस दिन सत्यनारायण की व्रत कथा जरूर सुनें या पढ़े।