कान्हा की कृपा पाने के लिए इस तरह करें घर में रखें लड्डू गोपाल की पूजा

Update: 2023-08-09 11:46 GMT
हर साल भाद्रपद की अष्टमी तिथि के दिन जन्माष्टमी मनाई जाती है। इस बार यह आज 19 अगस्त को मनाई जा रहा हैं। जन्‍माष्‍टमी पर भगवान कृष्‍ण के बाल रूप का जन्‍मोत्‍सव मनाया जाता है और उन्‍हें 56 भोग लगाकर पालने में झूला झुलाकर लल्‍ला के घर आने की खुशियां मनाई जाती हैं। कई लोग अपने घरों में लड्डू गोपाल स्थापित करते हैं और उन्हीं की पूजा करते हैं। जन्‍माष्‍टमी का त्यौहार पूरी श्रद्धा के साथ मनाया जाए तो घर में आनंद और खुशियों का माहौल बनता हैं। आज इस कड़ी में हम आपको बताने जा रहे हैं कि कान्हा की कृपा पाने के लिए किस तरह घर में लड्डू गोपाल की पूजा की जाए और उन्हें क्या चीजें चढ़ानी चाहिए।
नियमित तौर पर ऐसे करें भगवान कृष्ण की पूजा
अगर अपने ने लड्डू गोपाल की सेवा ली हुई है तो आप मासिक धर्म के दौरान इस बात का ख्याल रखें की आपको भगवान का स्पर्श नहीं करना है। सेवा के दौरान लड्डू गोपाल को रोजाना स्नान और चार समय भोग लगाना होता है। तो ऐसे में आप किसी दूसरे से प्रसाद बनवाकर उन्हें भोग लगा सकती हैं। इस दौरान अपनी रसोई का खाना न खिलाएं। आप चाहें तो उन्हें बाहर से जैसे बिस्कुट, ब्रेड लाकर खिला सकते हैं।
लड्डू गोपाल को जरुर चढ़ाएं ये प्रिय वस्तुएं
बांसुरी
आप श्री कृष्ण की प्रिय बांसुरी पूजा में इस्तेमाल कर सकते हैं। बांसुरी श्रीकृष्ण को बहुत ही पसंद है। इसकी मीठी धुन से भगवान श्रीकृष्ण पूरे वृंदावन को मोह लेते थे। मान्यताओं के अनुसार, श्रीकृष्ण की पूजा में बांसुरी रखने से भक्तों पर उनकी विशेष कृपा बनती है।
गाय रखें
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, श्रीकृष्ण गोमाता की भी बहुत ही सेवा किया करते थे। कान्हा जी को गोमाता से बहुत लगाव था। इसलिए लड्डू गोपाल को लगाए जाने वाले भोग के लिए गाय का घी ही इस्तेमाल किया जाता है। जन्माष्टमी की पूजा में आप गोमाता की मूर्ति रख सकते हैं।
धनिया पंजीरी
ज्योतिषाशास्त्रों के अनुसार, धनिया को धन से जोड़ा जाता है। आप जन्माष्टमी पर श्रीकृष्ण की पूजा के लिए धनिया पंजीरी भी इस्तेमाल कर सकते हैं। ऐसा माना जाता है कि श्रीकृष्ण को धनिया पंजीरी भी बहुत ही पसंद है। पूजा में आप धनिया पंजीरी का भोग श्रीकृष्ण को लगा सकते हैं।
माखन-मिश्री
मान्यताओं के अनुसार, श्रीकृष्ण को बचपन से ही माखन और मिश्री बहुत पसंद था। वह अपने दोस्तों के साथ इसे चुराने भी जाया करते थे। इसलिए उनके भोग में माखन मिश्री का विशेष रुप से इस्तेमाल किया जाता है। श्रीकृष्ण को माखन-मिश्री का भोग भी लगाया जाता है।
मोर पंख
भगवान श्रीकृष्ण के मुकुट में मोर पंख का भी विशेष महत्व होता है। उनकी प्रिय वस्तुओं में मोर-मुकुट भी शामिल है। इसलिए मान्यताओं के अनुसार, कान्हा जी की पूजा में आप मोर पंख का इस्तेमाल भी जरुर करें। मान्यताओं के अनुसार, यहां मोर पंख होता है। वहां पर नकरात्मकता भी नहीं होती।
बाल गोपाल की पूजा के नियम
- प्रतिदिन सबसे पहले स्नान करने के बाद बाल गोपाल की पूजा और भोग लगाना चाहिए।
- बाल गोपाल की पूजा में प्रयोग किए जाने वाले बर्तन को जरूर साफ करें।
- बाल गोपाल को शुद्ध जल और गंगाजल से प्रतिदिन स्नान जरूर करवाना चाहिए।
- स्नान करवाने के बाद चंदन का टीका लगाएं।
- बाल गोपाल के कपड़ों को रोजाना बदलें। इसके अलावा दिन के अनुसार अलग-अलग रंग वाले कपड़े ही पहनाएं जैसे सोमवार को सफेद, मंगलवार को लाल, बुधवार को हरा, गुरुवार को पीला, शुक्रवार को नारंगी, शनिवार को नीला और रविवार को लाल कपड़ा।
- लड्डू गोपाल को मक्खन,मिश्री और तुलसी के पत्ते बहुत पसंद होता है। इसलिए भोग में रोजाना इसे जरूर शामिल करें।
- रोजाना लड्डू गोपाल के श्रृंगार में उनके कान की बाली, कलाई में कड़ा, हाथों में बांसुरी और मोरपंख जरूर होना चाहिए।
- श्रृंगार के बाद सबसे पहले भगवान गणेश की आरती उतारे फिर लड्डू गोपाल की।
- आरती के बाद अपने हाथों से उन्हें भोग लगाएं, झूला झूलाएं और फिर झूले में लगे परदे को बंद करना ना भूले।
- सुबह और शाम के दोनों वक्त लड्डू गोपाल की आरती और भोग लगाना जरूरी होता है।
- शुभ अवसर और त्योहार पर उन्हें नए कपड़े और पकवान का भोग जरूर लगाएं।
- बाल गोपाल की पूजा और भोग लगाएं बिना खाना नहीं खाना चाहिए। उन्हें भोग लगाने के बाद भोजन प्रसाद बन जाएगा।
- घर में बाल गोपाल हैं तो मांस-मदिरा का सेवन, गलत व्यवहार और अधार्मिक कार्यों से बचना चाहिए।
- रात को सोने से पहले बाल गोपाल को सुलाने के बाद ही सोएं।
- होली, दीपावली और जन्माष्टमी जैसे प्रमुख त्योहारों के मौके पर इनकी विशेष रूप से पूजा करें।
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