नवग्रह दोष से मुक्ति पाने के लिए पानी में इन चीजों को मिलाकर करें स्नान
ज्योतिष शास्त्र एक ऐसी विधा है, जिससे आने वाले भविष्य के बारे में जानकारी प्राप्त कर अनचाही घटनाओं को काफी हद तक कम किया जा सकता है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। ज्योतिष शास्त्र एक ऐसी विधा है, जिससे आने वाले भविष्य के बारे में जानकारी प्राप्त कर अनचाही घटनाओं को काफी हद तक कम किया जा सकता है. मनुष्य की कुंडली में मौजूद नवग्रहों के प्रभावों के लिए भी ज्योतिष शास्त्र में कई उपाय बताए गए हैं. जातक की कुंडली में यदि किसी ग्रह की स्थिति सही नहीं होती है, तो व्यक्ति के जीवन में कई उतार-चढ़ाव देखने को मिलते हैं. व्यक्ति अनेक परेशानियों से घिर जाता है. आज के इस आर्टिकल में भोपाल के रहने वाले पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा, ज्योतिषी हमें बता रहें हैं कि नवग्रह दोष से मुक्ति पाने के लिए नहाने के पानी में क्या मिला कर नहाएं, जिससे आपको लाभ हो.
सूर्य
यदि आप सूर्य ग्रह के नकारात्मक प्रभाव से बचना चाहते हैं तो लाल रंग के फूल, इलायची, केसर और गुलहठी मिलाकर नहाएं.
चंद्रमा
यदि आप चंद्रमा के नकारात्मक प्रभाव से बचना चाहते हैं तो सफेद चंदन, सफेद सुगंधित फूल, गुलाब जल या शंख में जल भरकर स्नान करें.
मंगल
मंगल ग्रह के कुप्रभाव से बचने के लिए नहाने के पानी में लाल चंदन, बेल की छाल, गुड़ मिला कर नहाएं. लाभ होगा.
बुध
यदि आप बुध ग्रह के नकारात्मक प्रभाव से बचना चाहते हैं, तो नहाने के पानी में जायफल, शहद, चावल मिला कर नहाएं.
बृहस्पति
यदि आप बृहस्पति ग्रह के नकारात्मक प्रभाव से बचना चाहते हैं, तो नहाने के पानी में पीली सरसों, गूलर और चमेली के फूल मिला कर स्नान करें.
शुक्र
शुक्र ग्रह के दुष्प्रभाव से बचने के लिए नहाने के पानी में गुलाब जल, इलायची और सफेद फूल डालकर स्नान करें, लाभ होगा.
शनि
शनि के अशुभ प्रभाव को कम करना चाहते हैं नहाने के पानी में काली तिल, सौंफ, सुरमा या लोबान मिलाकर भी नहा सकते हैं.
राहु
यदि आप राहु के नकारात्मक प्रभाव से बचना चाहते हैं तो नहाने के पानी में कस्तूरी, लोबान मिलाकर स्नान करें.
केतु
केतु के कष्टों से छुटकारा पाने के लिए नहाने के पानी में लोबान, लाल चंदन मिलाकर स्नान करने से लाभ होगा.