ज्योतिष न्यूज़ : सनातन धर्म में पूर्णिमा और अमावस्या तिथि को बेहद ही खास माना गया है जो कि हर माह में एक बार आती है अभी फाल्गुन मास चल रहा है और इस माह पड़ने वाली अमावस्या को फाल्गुन अमावस्या के नाम से जाना जा रहा है जो कि विशेष मानी जाती है इस दिन पूजा पाठ और व्रत आदि करने का विधान होता है लेकिन इसी के साथ ही पितृदोष से राहत पाने के लिए कुछ उपाय भी किए जा सकते हैं तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा उन्हीं के बारे में बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
फाल्गुन अमावस्या के दिन क्या करें क्या नहीं—
ज्योतिष अनुसार फाल्गुन अमावस्या का पुण्य फल प्राप्त करने के लिए इस दिन किसी पवित्र नदी में स्नान जरूर करें। या फिर पानी में ही गंगाजल मिलाकर स्नान करें। ऐसा करने से सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है। इसके अलावा यह तिथि पितृ देव को समर्पित होती है ऐसे में अमावस्या के दिन पितरों को प्रसन्न करने के लिए विधि विधान से उनका पिंडदान, तर्पण और दान आदि के कार्य करें।
कालसर्प दोष से राहत पाने के लिए अमावस्या के दिन स्नान ध्यान करके चांदी से बने नाग नागिन को सफेद पुष्प अर्पित करें और इसे बहते जल में प्रवाहित कर दें। ऐसा करने से कालसर्प दोष दूर हो जाता है। इस दिन जरूरतमंदों को दान करें साथ ही चीटियों को आटा भी खिलाएं। ऐसा करने से लाभ मिलता है।
अमावस्या तिथि पर रात्रि के समय सुनसान जगह पर जाने से बचना चाहिए। इसके अलावा इस दिन दूसरों के घर में भोजन भी नहीं करना चाहिए इससे पुण्य फल समाप्त हो जाता है। अमावस्या पर वाद विवाद व क्लेश नहीं करना चाहिए। इस दिन नाखून भी नहीं कटवाना चाहिए। ऐसा करने से धन हानि होती है इसके अलावा इस दिन धन का लेन देन करने से भी बचना चाहिए।