कल मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन बन रहे हैं तीन शुभ योग

Update: 2022-11-23 04:03 GMT

 हिंदू पंचांग के अनुसार 23 नवंबर 2022, बुधवार को मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि है. हिंदू धर्म में अमावस्या का विशेष महत्व है और इस दिन पितरों का विधि-विधान के साथ पूजन किया जाता है. (Amavasya 2022 Date) कहते हैं कि यदि पितर प्रसन्न हों तो परिवार में हमेशा खुशहाली बनी रहती है. (Margashirsha Amavasya 2022 Kab Hai) इस बार अमावस्या तिथि के दिन तीन विशेष योग बन रहे हैं और इस योग में पूजा करना बेहद ही लाभदायक साबित होती है.

मार्गशीर्ष अमावस्या 2022 के शुभ योग

इस बार मार्गशीर्ष अमावस्या बेहद ही खास है और (Margashirsha Amavasya 2022 Shubh Muhurat) इस दिन तीन महत्वपूर्ण योग बन रहे हैं. कहते हैं कि शुभ योग में पूजा करने से उसका फल दोगुना हो जाता है. मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन दोपहर 3 बजकर 39 मिनट तक शोभन योग रहेगा. इसके अलावा 23 नवंबर को दोपहर 3 बजकर 39 मिनट से लेकर 24 नवंबर को दोपहर 12 बजकर 19 मिनट तक अतिगण्ड योग रहेगा. वहीं 23 नवंबर को दोपहर 1 बजकर 24 मिनट से लेकर दोपहर 2 बजकर 53 मिनट तक अमृत काल रहेगा. ये सभी योग पूजा के लिए बेहद ही खास हैं.

मार्गशीर्ष अमावस्या का महत्व

हिंदू धर्म में प्रत्येक अमावस्या तिथि का विशेष महत्व माना गया है. अमावस्या तिथि को कालसर्प दोष और पितृ दोष का निवारक माना जाता है. कहते हैं कि इस दिन पूजन करने से पितृ दोष से छुटकारा मिलता है. इसके अलावा अमावस्या के दिन पवित्र नदियों में स्नान का विशेष महत्व है और इससे पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है. कहते हैं कि अमावस्या के दिन गरीबों को दान करने से पुण्य मिलता है. इसके अलावा अमावस्या की पूजा करने से लोगों को कई प्रकार के पापों से भी मुक्ति मिलती है.

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