Vishwakarma पूजा पर इस बार सिर्फ इतने घंटे का ही है शुभ मुहूर्त

Update: 2024-09-16 12:53 GMT
Vishwakarma Jayantiज्योतिष न्यूज़ : सनातन धर्म में कई सारे पर्व त्योहार मनाए जाते हैं और सभी का अपना महत्व होता है लेकिन विश्वकर्मा पूजा को खास महत्व दिया गया है जो कि भगवान विश्वकर्मा की पूजा अर्चना का दिन होता है इस दिन भक्त उपवास आदि रखते हुए भगवान विश्वकर्मा की विधिवत पूजा करते हैं और व्रत भी रखते हैं माना जाता है कि ऐसा करने से प्रभु की कृपा बरसती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इसी दिन शिल्पकार विश्वकर्मा जी का अवतरण हुआ था।
 इस शुभ अवसर पर विश्वकर्मा पूजा करना लाभकारी माना जाता है ऐसा करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। इस साल विश्वकर्मा जयंती का पर्व 17 सितंबर दिन मंगलवार यानी कल मनाया जाएगा। इस दिन लोग अपने वाहन, मशीन, औजार कलपुर्जे, दुकान आदि की पूजा करते हैं इसके साथ ब्रह्मांड के दिव्य वास्तुकार भगवान विश्वकर्मा की विधि पूर्वक पूजा कर उनका आभार व्यक्त करते हैं। तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा विश्वकर्मा पूजा का शुभ मुहूर्त बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
 विश्वकर्मा पूजा की तारीख और समय—
पंचांग के अनुसार विश्वकर्मा पूजा भाद्रपद माह में सूर्य जब कन्या राशि से निकलता है और सिंह राशि में प्रवेश कर जाता है तो ऐसे में विश्वकर्मा पूजा मनाई जाती है। इस साल सूर्य 16 सितंबर को शाम के समय 7 बजकर 29 मिनट पर कन्या राशि में प्रवेश करेंगे। ऐसे में विश्वकर्मा जयंती का पर्व 17 सितंबर के दिन मनाया जाएगा। वही भद्रा काल लगने की वजह से इस साल विश्वकर्मा पूजा के लिए सीमित समय प्राप्त हो रहा है।
 ऐसे में 17 सितंबर को दोपहर में भद्रा काल लग रहा है। कहा जाता है कि भद्राकाल के दौरान पूजा करना शुभ नहीं होता है इससे नकारत्मकता बढ़ जाती है ऐसे में 17 सितंबर को सुबह 6 बजकर 7 मिनट से लेकर सुबह 11 बजकर 43 मिनट तक विश्वकर्मा पूजा कर सकते हैं। ऐसे में विश्वकर्मा पूजा का शुभ मुहूर्त कुल मिलाकर 5 घंटे 36 मिनट का होगा। इ सी दौरान भक्त भगवान विश्वकर्मा की पूजा अर्चना कर पुण्य प्राप्त कर सकते हैं।
Tags:    

Similar News

-->