यह पौधा बड़ी ही आसानी से घरों में फल जाता है,जानें इसके धार्मिक और वैज्ञानिक महत्व के बारे में
तुलसी का पौधा एक ऐसा पौधा है जो धार्मिक और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण हैं.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क।तुलसी (Tulsi) का पौधा एक ऐसा पौधा है जो धार्मिक और वैज्ञानिक (Religious and Scientific) दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण हैं. इसे पवित्र (Holy) और लाभकारी बताया गया है. हिंदू धर्म में तुलसी को मां का दर्जा देकर उसकी सुबह शाम पूजा की जाती है. घरों में जितने भी छोटे-बड़े धार्मिक आयोजन होते हैं उस दौरान तुलसी के पौधे की विशेष रूप से पूजा की जाती है. यह पौधा बड़ी ही आसानी से घरों में फल जाता है. इसके लिए कोई विशेष प्रयत्न नहीं करने पड़ते हैं. बहु गुणकारी तुलसी औषधीय गुणों से परिपूर्ण हैं इसका न सिर्फ धार्मिक बल्कि वैज्ञानिक महत्व भी है. जिसे जानकर आप भी अपने घरों में तुलसी के पौधे को लगाना चाहेंगे. आइए जानते हैं तुलसी के धार्मिक और वैज्ञानिक महत्व के बारे में.
धार्मिक महत्व
हिन्दू पुराणों में तुलसी का काफी महत्व बताया गया है. पद्मपुराण, ब्रह्मवैवर्त, स्कंद पुराण, भविष्य पुराण और गरुड़ पुराण में तुलसी के पौधे की कई विशेषताएं बताई गई है. मान्यता है कि भगवान विष्णु और भगवान कृष्ण की पूजा तुलसी के बिना अधूरी मानी जाती है. कहा जाता है कि तुलसी दल का भोग हनुमान जी को लगाया जाता है. हनुमान जी को तुलसी अति प्रिय है.
ऐसा भी कहा जाता है कि तुलसी का पौधा घर के आंगन में लगाने से पिछले जन्म के सारे पाप नष्ट हो जाते हैं. मृत्यु के समय तुलसी को गंगा जल के साथ देने से मृतक की आत्मा को शांति मिलती है साथ ही उसे स्वर्ग मिलता है. तुलसी की नियमित पूजा करने से सुख समृद्धि आती है साथ ही यमदूत नहीं आते.
वैज्ञानिक महत्व
तुलसी के पौधे के आस-पास सकारात्मक ऊर्जा होती है. तुलसी में एंटीबायोटिक, एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं. जो शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं. तुलसी के पत्ते नियमित रूप से खाने से शरीर में ऊर्जा का प्रवाह नियंत्रित होता है साथ में इंसान की उम्र भी बढ़ती है. तुलसी से रोगों का संक्रमण नहीं बढ़ता साथ ही वातावरण की शुद्धि के लिए भी तुलसी का काफी योगदान रहता है. तुलसी के पत्ते सांस की बदबू से छुटकारा दिलाते हैं. कैंसर के मरीजों के लिए भी तुलसी लाभकारी है. तुलसी के बीज संतान उत्पत्ति की समस्या में कारगर होते हैं.