Vishwakarma Jayanti पर भगवान को ऐसे करें प्रसन्न

Update: 2024-09-16 09:25 GMT
Vishwakarma Jayanti ज्योतिष न्यूज़: सनातन धर्म में कई सारे पर्व त्योहार मनाए जाते हैं और सभी का अपना महत्व होता है लेकिन विश्वकर्मा पूजा को खास महत्व दिया गया है जो कि भगवान विश्वकर्मा की पूजा अर्चना का दिन होता है इस दिन भक्त उपवास आदि रखते हुए भगवान विश्वकर्मा की विधिवत पूजा करते हैं और व्रत भी रखते हैं माना जाता है कि ऐसा करने से प्रभु की कृपा बरसती है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इसी दिन शिल्पकार विश्वकर्मा जी का अवतरण हुआ था। इस शुभ अवसर पर विश्वकर्मा पूजा करना लाभकारी माना जाता है ऐसा करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। इस साल विश्वकर्मा जयंती का पर्व 17 सितंबर दिन मंगलवार यानी कल मनाया जाएगा।
इस दिन लोग अपने वाहन, मशीन, औजार कलपुर्जे, दुकान आदि की पूजा करते हैं इसके साथ ब्रह्मांड के दिव्य वास्तुकार भगवान विश्वकर्मा की विधि पूर्वक पूजा कर उनका आभार व्य​क्त करते हैं। विश्वकर्मा जयंती के दिन पूजा पाठ के दौरान भगवान विश्वकर्मा की आरती जरूर पढ़नी चाहिए ऐसा करने से पूजा सफल हो जाती है और प्रभु के आशीर्वाद से मनोकामनाएं भी पूरी हो जाती हैं तो आज हम आपके लिए लेकर आए हैं भगवान विश्वकर्मा की आरती।
।।विश्वकर्मा जी की आरती।।
ॐ जय श्री विश्वकर्मा, प्रभु जय श्री विश्वकर्मा।
सकल सृष्टि के कर्ता, रक्षक श्रुति धर्मा॥ ॐ जय…
आदि सृष्टि में विधि को श्रुति उपदेश दिया।
जीव मात्रा का जग में, ज्ञान विकास किया॥ ॐ जय…
ऋषि अंगिरा ने तप से, शांति नहीं पाई।
ध्यान किया जब प्रभु का, सकल सिद्धि आई॥ ॐ जय…
रोग ग्रस्त राजा ने, जब आश्रय लीना।
संकट मोचन बनकर, दूर दुःख कीना॥ ॐ जय…
जब रथकार दंपति, तुम्हरी टेर करी।
सुनकर दीन प्रार्थना, विपत हरी सगरी॥ ॐ जय…
एकानन चतुरानन, पंचानन राजे।
त्रिभुज चतुर्भुज दशभुज, सकल रूप सजे॥ ॐ जय…
ध्यान धरे जब पद का, सकल सिद्धि आवे।
मन दुविधा मिट जावे, अटल शक्ति पावे॥ ॐ जय…
'श्री विश्वकर्मा जी' की आरती, जो कोई नर गावे।
कहत गजानंद स्वामी, सुख संपति पावे॥ ॐ जय…
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