Sawan ज्योतिष न्यूज़ : सनातन धर्म में कई सारे पर्व मनाए जाते हैं और सभी का अपना महत्व भी होता है लेकिन हर माह पड़ने वाली कालाष्टमी को बेहद ही खास माना गया है जो कि भगवान शिव के रौद्र स्वरूप भगवान काल भैरव की पूजा को समर्पित होती है इस दिन कालभैरव की पूजा का विधान होता है
ऐसे में भक्त कालाष्टमी के शुभ दिन पर बाबा भैरव की विधिवत पूजा करते हैं और व्रत आदि भी रखते हैं माना जाता है कि ऐसा करने से प्रभु की कृपा बरसती है इस साल कालाष्टमी का पर्व 28 जुलाई दिन रविवार को मनाया जाएगा। ऐसे में आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा बाबा भैरव की पूजा अर्चना की आसान विधि बता रहे हैं जिससे भगवान प्रसन्न हो जाएंगे तो आइए जानते हैं।
मासिक कालाष्टमी की पूजा विधि—
आपको बता दें कि कालाष्टमी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करें इसके बाद साफ वस्त्रों को धारण कर पूजा स्थल को अच्छी तरह साफ करें अब एक वेदी पर भैरव बाबा की प्रतिमा स्थापित कर पंचामृत से बाबा की प्रतिमा का अभिषेक करें इसके बाद इत्र लगाएं। फिर भगवान को पुष्पों की माला अर्पित करें साथ ही चंदन का तिलक लगाएं।
भगवान भैरव को फल, मिठाई और घर में बने प्रसाद का भोग अर्पित करें इसके बाद काल भैरव के समक्ष सरसों तेल का एक दीपक जलाएं और काल भैरव अष्टक का पाठ करें। पूजन के अंत में भगवान की आरती करें और भूल चूक के लिए क्षमा मांगे। इसके बाद अपनी मनोकामनाएं प्रभु से कहें। फिर अगले दिन व्रती इसी प्रसाद से अपने व्रत को खोले। इस दिन गरीबों और जरूरतमंदों को दान देना व भोजन कराना अच्छा माना जाता है।