घर में सकारात्मकता लातें है ये वास्तु टिप्स

Update: 2023-06-18 11:47 GMT
हमारे इर्द-गिर्द सब कुछ ऊर्जा से सम्बंधित है – सकारात्मक ऊर्जा और ऋणात्मक ऊर्जा। फेंगशुई और वास्तु हमे एक स्वस्थ और सुखी जीवन के लिए अपनी ऊर्जा को संतुलित करना सिखाते है। प्रभावी फेंगशुई आपके घर को इस तरह से व्यवस्थित करता है, जो आपके भीतर की सकारात्मकता को उजागर करता है। जिंदगी में शांति और समृद्धि हो, ये सभी की चाहत होती है लेकिन कई बार हालात नकारात्मकता लाते हैं। ऐसे में पूरे घर का माहौल नकारात्मक हो जाता है। बहुत साधारण से लगने वाले कई बदलाव घर में पॉजिटिव एनर्जी ला सकते हैं। जहां सकारात्मक ऊर्जा मौजूद होती है, वहां का माहौल भी ख़ुशनुमा बना रहता है। हम आपके साथ साझा कर रहे हैं, ऐसे ही कुछ तरीके, जिन्हें आजमाने से घर की नेगेटिव एनर्जी पॉजिटिव में तब्दील हो जाएगी।
# घर के भीतर जितनी रौशनी होगी, उतनी ही सकारात्मकता आएगी। घर में प्रकाश की पूरी व्यवस्था करें। किसी भी हिस्से में अंधेरा नहीं होना चाहिए और शाम को एक बार पूरे घर की लाइट्स जलाएं। घर की लॉबी हमेशा रौशन रहनी चाहिए, क्योंकि वहां आकाश तत्व का वास होता है।
# कोशिश करें कि आपका मास्टर बेड दक्षिण दिशा में हो। इससे बेडरूम सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर होगा और सौभाग्य की प्राप्ति होगी।
# मुख्य दरवाजे से घर के भीतर सकारात्मक ऊर्जा प्रवेश करती है। यहां पर छोटा फाउंटेन लगाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है। साथ ही मुख्य द्वार पर हरे-भरे पौधे रखें।
# रूम में इस तरह से सामान सेट करें कि दरवाज़ा और खिड़की आसानी से खुले और बंद हो सके। किसी तरह की कोई रुकावट न हो। ऐसा होने से कमरे में सकारात्मक ऊर्जा आसानी से प्रवेश करती है।
# बेडरूम या लिविंग रूम में कुछ सकारात्मक बातें, किसी खुश बच्चे की तस्वीर लगाएं। घर के भीतर सुबह-शाम कपूर या दीपक जला सकते हैं, इससे नकारात्मकता जाती है।
# सजावट से ज़्यादा सफ़ाई पर ध्यान दें। बिखरी पड़ी चीज़ों को एक ओर समेटकर रखें। नियमित झाड़ू-पोंछा लगाएं। गंदगी से नकारात्मक ऊर्जा आकर्षित होती है।
# घर में खुशबू ऊर्जा का संचार करती है इसलिए किसी भी तरह की खराब गंध वाली चीज तुरंत हटाएं और दिन-शाम अगरबत्ती या धूप जलाएं।
# मुख्य द्वार के पास की दीवारों का रंग गहरा नहीं होना चाहिए क्योंकि वास्तु के अनुसार यह सकारात्मकता को सोख लेता है।
# घर के खिड़की-दरवाजे सुबह-शाम खोलें, इससे नकारात्मकता की जगह सकारात्मकता लेती है। मच्छरों का डर हो तो जाली लगवाई जा सकती है।
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