चाणक्य को भारत के महान ज्ञानियों, विद्वानों में से एक माना जाता हैं इनकी नीतियां देश दुनिया में खूब प्रसिद्ध हैं जिसे चाणक्य नीति के नाम से जाना जाता हैं। आचार्य चाणक्य ने अपने जीवन के अनुभवों को नीतिशास्त्र में पिरोया हैं जिसका अनुसरण अगर व्यक्ति कर लेता है तो उसका जीवन खुशहाल हो जाता हैं।
आचार्य चाणक्य ने मानव जीवन से जुड़े हर विषय पर अपनी नीतियां बताई हैं जो खुशहाल जीवन के लिए मील का पत्थर साबित होती हैं। चाणक्य ने अपनी नीतियों के जरिए सुखी वैवाहिक जीवन पाने के लिए कुछ बातों का जिक्र पत्नी के सामने ना करने की बात कही है तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा इसी विषय पर चाणक्य नीति बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
आज की चाणक्य नीति—
आचार्य चाणक्य की नीति अनुसार एक हाथ से दान देते वक्त दूसरे हाथ को भी इसका पता नहीं चलना चाहिए तभी इसका फल मिलता हैं यही कारण है कि दान धर्म के काम में खर्च करने पर पत्नी से भी इस बात का जिक्र नहीं करना चाहिए वरना आपके दान का प्रभाव कम हो जाएगा। इसके अलावा पत्नी को कभी भी अपनी कमजोरी का भनक नहीं लगने देना चाहिए।
क्योंकि दुष्ट पत्नी आपकी इस कमजोरी का फायदा उठा सकती हैं जिससे आपको आर्थिक और सामाजिक तौर पर हानि का सामना करना पड़ सकता हैं इसके अलावा अपने अपमान की जानकारी भी पत्नी को नहीं देनी चाहिए। क्योंकि इससे वह खुद से नजरें नहीं मिला पाता है और हमेशा अपमानित महसूस करता हैं। चाणक्य नीति कहती हैं कि अपनी कमाई की पूरी जानकारी भी पत्नी को नहीं देनी चाहिए। वरना सारा धन खर्च हो सकता हैं ऐसे में कुछ पैसा संकट के समय के लिए भी बचाकर रखें।