दुश्‍मन से ज्‍यादा खतरनाक होते हैं ये लोग

आचार्य चाणक्य ने केवल अर्थशास्‍त्र, राजनीति के बारे में ही नहीं बताया है, बल्कि रोजमर्रा के जीवन में मुसीबतों से बचने के तरीके बताए हैं

Update: 2022-08-24 17:04 GMT

आचार्य चाणक्य ने केवल अर्थशास्‍त्र, राजनीति के बारे में ही नहीं बताया है, बल्कि रोजमर्रा के जीवन में मुसीबतों से बचने के तरीके बताए हैं. कूटनीति में माहिर चाणक्‍य ने अपने नीति शास्‍त्र में बताया है कि दुश्‍मन के हमले से कैसे बचना चाहिए और वो कौन लोग हैं जिनसे हमेशा दूर ही रहना चाहिए. चाणक्‍य नीति बताती है कि हर व्‍यक्ति को 3 तरह के लोगों से कभी भी मदद नहीं मांगनी चाहिए, बल्कि इनसे हमेशा दूर ही रहने की कोशिश करना चाहिए. वरना ये लोग दुश्‍मन से ज्‍यादा घातक साबित होते हैं.

दुश्‍मन से ज्‍यादा खतरनाक होते हैं ये लोग
चाणक्‍य नीति में बताया गया है कि व्‍यक्ति यदि बड़ी से बड़ी मुसीबत में भी फंस जाए तो उसे 3 तरह के लोगों से कभी भी मदद नहीं मांगनी चाहिए. इन लोगों से मदद मांगना अपने पैर पर कुल्‍हाड़ी मारने जैसा है क्‍योंकि ये लोग दुश्‍मन से भी ज्‍यादा खतरनाक नुकसान पहुंचाते हैं.
मतलबी इंसान: चाणक्‍य नीति कहती है कि मतलबी इंसान आपका कभी भला नहीं करेंगे, बल्कि सामने से अच्‍छा बनकर भी आपका बुरा ही करेंगे. ये अपने स्वार्थ के लिए आपको कितना भी नुकसान पहुंचा देंगे इसलिए इनसे मदद न मांगे.
ईर्ष्‍या करने वाले लोग: जो लोग दूसरों से ईर्ष्‍या करते हैं वे कभी किसी का अच्‍छा नहीं करते हैं. वे आपके सामने कितना भी मदद करने का ढोंग करें लेकिन वे आपको सफल होने से रोकने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाएंगे.
गुस्सैल व्‍यक्ति: जिस व्‍यक्ति का अपने गुस्‍से पर कोई काबू न हो, उससे कभी मदद न मांगें क्‍योंकि ऐसा बेकाबू व्‍यक्ति आपकी मुसीबत कम करने की बजाय और बढ़ा देगा. ऐसे व्‍यक्ति से ना तो दोस्‍ती करें और ना ही दुश्‍मनी.


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