हथेली के केतु पर्वत पर हो ये निशान, खूब पैसा कमाते हैं ऐसे लोग
हालांकि शुरुआत के 10 वर्षो तक ही संतान से संबंधित कष्टों का सामना करना पड़ता है, लेकिन बाद में ये परेशानियां खत्म हो जाती हैं.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हस्तरेखा शास्त्र में हथेली की रेखाओं और चिह्नों के अलावा पर्वतों का भी विशेष महत्व है. हथेली का केतु पर्वत सुख, संतान, पैसा, कला इत्यादि के बारे में बताता है. इस पर्वत पर बने कुछ खास निशान शुभ संकेत देते हैं, जबकि कुछ जीवन में आने वाली परेशानियों और आर्थिक नुकसान के बारे में बताते हैं. ऐसे में जानते हैं हथेली के केतु पर्वत पर बने खास निशान क्या-क्या संकेत देते हैं.
केतु पर्वत पर नक्षत्र का निशान
हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार हथेली का केतु पर्वत शिक्षा और संतान से जुड़े कई संकेत देते हैं. केतु पर्वत पर नक्षत्र का निशान शुभ माना जाता है. जिन लोगों की हथेली में यह निशान होता है वे धार्मिक प्रवृत्ति के होते हैं. ऐसे लोग धर्म शास्त्रों में विशेष दिलचस्पी रखते हैं. साथ ही ऐसे लोग प्रसिद्ध ज्योतिर्विद बनते हैं. इसके अलावा यह निशान धन लाभ का भी संकेत देता है. ऐसे जातक खास कला के जरिए धन अर्जित करते हैं.
एक से अधिक नक्षत्र का निशान
केतु पर्वत पर एक से अधिक नक्षत्र (स्टार) का निशान शुभ नहीं माना जाता है. ऐसे लोगों को संतान से कष्ट होता है या संतान से संबंधित परेशानियां रहती हैं. हालांकि शुरुआत के 10 वर्षो तक ही संतान से संबंधित कष्टों का सामना करना पड़ता है, लेकिन बाद में ये परेशानियां खत्म हो जाती हैं.
पर्वत पर क्रॉस का चिह्न
हस्तरेखा शास्त्र के मुताबिक केतु पर्वत पर क्रॉस का चिह्न अशुभ होता है. जिन लोगों की हथेली में ऐसा होता है, उनका बचपन कष्टों में गुजरता है. ऐसे लोग परिवार की आर्थिक स्थिति के कारण शिक्षा पूरी नहीं कर पाते हैं. अगर केतु पर्वत पर क्रॉस का निशान हो तो वाहन चलाते वक्त बेहद सावधानी बरतनी चाहिए
केतु पर्वत पर त्रिभुज
केतु पर्वत पर साफ और स्पष्ट त्रिभुज का निशान शुभ होता है. जिनके हाथ में ऐसा होता है, वे नौकरी में उच्च पद हासिल करते हैं. साथ ही उन्हें जीवन में धन-दौलत की कमी नहीं रहती है. ऐसे लोग राजनीति में भी ऊंचा कद हासिल करते हैं. वहीं अगर केतु पर्वत पर दो त्रिभुज का एक साथ मिलना अशुभ माना जाता है. यह दुर्भाग्य का संकेत देता है. ऐसे लोग आर्थिक रूप से परेशान रहते हैं. कई बार तो जीवन में किसी दुर्घटना की भी स्थिति उत्पन्न हो जाती है. अगर केतु पर्वत पर मौजूद एक त्रिभुज को कोई रेखा काट दे, तो ऐसे लोग जीवन में खूब धन कमाते हैं. लेकिन फिजूरखर्ची में पैसा बर्बाद हो जाता है.