क्रिसमस की ये परंपराएं हमें सिखाती है जीवन को जीने का सही तरीका, जानिए इसका महत्व

हर साल क्रिसमस का त्योहार 25 दिसंबर को मनाया जाता है. क्रिसमस पर लोग घरों को सजाते हैं

Update: 2020-12-22 12:21 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क| हर साल क्रिसमस (Christmas) का त्योहार 25 दिसंबर को मनाया जाता है. क्रिसमस पर लोग घरों को सजाते हैं और की तरह की चीजें घर पर बनाई जाती हैं. क्रिसमस से जुड़ी कई सामान्य परंपराएं हैं जैसे तोहफे देना, प्रार्थना करना शामिल है. क्रिसमस की बहुत सी बातें ऐसी हैं जो लोगों के मन में एक साकारात्मक भाव को पैदी करती हैं. ऐसे में आज हम आपको क्रिसमस के उन मान्यताओं के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपके जीवन की एक सीख बन सकती हैं. आइए जानते हैं क्रिसमस के रिवाज और उनसे मिलने वाली शिक्षा के बारे में- 

उपहार- किसी को उपहार में जरूर की चीजें देना आपको दयालु बनाता है. ऐसे में जरूरी है कि आप ऐसे लोगों को उपहार दें जो जरूरतमंद हों. सांता क्लॉज भी क्रिसमस की रात जरूरतमंद बच्चों के उपहार देते हैं. बच्चों को उपहार देने की सीख जरूर सिखाएं इससे वह शेयरिंग के बारे में जानेंगे. 
प्रार्थना- प्रार्थना के दौरान हर ईश्वर के बाते करते हैं. और उन्हें धन्यवाद देते हैं. क्रिसमस की कात को लोग चर्च में जाकर प्रार्थना करते हैं और अपे जीवन के लिए भगवान का धन्यवाद करते हैं. प्रार्थना करके मन से किसी भी तरह की नकारात्मकता निकाली जा सकती है. 
मोमबत्ती जलाना- क्रिसमस के दिन चर्च में लोग मोमबत्ती जलाते हैं. ईसाई धर्म में मोमबत्ती जलाना एक बहुत पुरानी परंपरा है. मोमबत्ती जलाकर लोग जीवन में सफलता एवं खुशियों की कामना करते हैं और साथ ही जिन लोगों के जीवन में अंधकार है, वे उनके जीवन में प्रकाश के होने की भी आशा करते हैं.
घंटी बजाना- क्रिसमस के दिन लोग घरों को सजाने के लिए घंटियां लगाते हैं. घंटी की आवाज से साकारात्मकता और अच्छी ऊर्जा का प्रवाह होता है. घर में घंटियों को लगाने से वातावरण एकदम खुशनुमा हो जाता है.


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