घर में नहीं होगी कोई कमी, इस दिशा में रखें मां दुर्गा की मूर्ति
घर में नहीं होगी कोई कमी, इस दिशा में रखें मां दुर्गा की मूर्ति
घर में पूजा का बहुत महत्व है। पूजा रूम को घर का मुख्य कैबिनेट माना जाता है। परंतु वास्तु शास्त्र में पूजा रुम से जुड़ी कुछ बातें बताई गई हैं। इन बातों का खास ध्यान रखना चाहिए। विशेष रूप से देवी-देवताओं की यदि आप घर में मूर्ति रखने वाले हैं तो कई चीजों पर अच्छे से ध्यान दें। मां दुर्गा की मूर्ति को घर में रखने के लिए आप इन चीजों के खास रुपों का ध्यान रखें। तो जानिए इसके बारे में...
मां दुर्गा की प्रतिमा को किसी भी रूप में ग्रहण करें
आप मां दुर्गा की प्रतिमा घर के ईशान यानी की उत्तर पूर्व दिशा में रख सकते हैं। मूर्ति स्थापित करते समय दिशा का विशेष ध्यान रखना चाहिए। माना जाता है कि इस दिशा में मूर्ति धारण करने से व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक रूप से शांति मिलती है।
मां की प्रतिमा कितनी बड़ी होनी चाहिए
जुड़वाँ के अनुसार, मां की प्रतिमा 3 इंच से अधिक बड़ी नहीं होनी चाहिए। मूर्ति का रंग हल्का पीला, हरा या गुलाबी होना चाहिए। इस तरह की मूर्ति धारण करने से आपके घर में भी शांति बनी रहेगी और सुख-समृद्धि का भी वास होगा।
ये काम करें जरूर
मां की मूर्ति धारण करने से पहले आप सिंदूर और अक्षर वहां पर जरूर डालें। इसके बाद ही आप मां की मूर्ति को एक स्थान पर स्थापित करें। मान्यता है कि इससे मूर्ति पवित्र हो जाती है।
यहां पर न रखें मां की मूर्ति
स्थिरता स्थिरता के अनुसार, मां की मूर्ति को कभी भी दक्षिण दिशा में नहीं रखा जाना चाहिए। क्योंकि दक्षिण दिशा यमराज की दिशा देखी जाती है। इस दिशा में मूर्ति धारण करने से नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न होती है। घर के सदस्यों की सुख-शांति भी खत्म होने की संभावनाएं हैं।
इस दिशा में भी रख सकते हैं मूर्ति
यदि आप मूर्ति को ईशान कोण में नहीं रख सकते तो पश्चिम दिशा में भी दुर्गा मां की मूर्ति रख सकते हैं। इससे पूजा करने वाले व्यक्ति की मुख पूर्व दिशा में होंगे। पूर्व दिशा की ओर मुख होने से सचेत जागृत होंगे। इसके अलावा आपको मानसिक शांति भी इस दिशा में सूचित करने लगती है।