ऐसे लोगों के जीवन में नहीं होता कोई उत्साह, इसमें कही आप भी तो नहीं शामिल

हाथों की रेखाएं जीवन के बारे में बहुत कुछ बताती हैं। ये रेखाएं व्यक्ति के जीवन में समय-समय पर होने वाले बदलावों का इशारा करती हैं। अधिकारी बनने की बात हो या फिर व्यापार या तरक्की की, हाथों की रेखाओं में यह निशान मौजूद रहते हैं। जानिए क्या कहती हैं आपकी हाथों की रेखाएं।

Update: 2022-06-18 06:10 GMT

हाथों की रेखाएं जीवन के बारे में बहुत कुछ बताती हैं। ये रेखाएं व्यक्ति के जीवन में समय-समय पर होने वाले बदलावों का इशारा करती हैं। अधिकारी बनने की बात हो या फिर व्यापार या तरक्की की, हाथों की रेखाओं में यह निशान मौजूद रहते हैं। जानिए क्या कहती हैं आपकी हाथों की रेखाएं।

यदि हथेली में शुक्र पर्वत शुभ हो, विस्तृत हो और इस पर कोई अशुभ लक्षण ना हो तो व्यक्ति का स्वास्थ्य अच्छा रहता है। शुक्र पर्वत अंगूठे नीचे वाले भाग को कहते हैं। इस पर्वत पर जीवन रेखा को घेरे हुए दिखाई देती है।

बुध पर्वत पर एक छोटा सा त्रिभुज हो तो व्यक्ति प्रशासनिक विभाग में उच्च पद प्राप्त कर सकता है।

स्वास्थ्य रेखा की लंबाई मस्तिक रेखा और भाग्य रेखा तक सीमित हो तो यह शुभ संकेत है। ऐसी स्वास्थ्य रेखा वाले व्यक्ति का स्वास्थ्य उत्तम रहता है। शुक्र पर्वत, जीवन रेखा के आसपास से प्रारंभ होकर बुध पर्वत की ओर जाने वाली रेखा को स्वास्थ्य रेखा कहते हैं। बुध पर्वत छोटी उंगली के नीचे रहता है।

हाथ में है ऐसा वाई तो आपके लिए शुभ है...

यदि किसी व्यक्ति की हथेली में सूर्य रेखा से निकलकर कोई शाखा गुरु पर्वत की ओर जाती है तो व्यक्ति शासकीय अधिकारी बनता है।

यदि अंगूठा मजबूत, लंबा और सुंदर हो, साथ में मस्तिष्क रेखा भी शुभ हो तो व्यक्ति नौकरी से लाभ प्राप्त करता है। शुभ मस्तिष्क रेखा अच्छा संकेत है।

यदि दोनों हथेलियों में हृदय रेखा कमजोर और अस्पष्ट हो तो ऐसा व्यक्ति आलसी और कामचोर होता है।

यदि मणिबंध पर एक ही रेखा और वह भी अधूरी तो व्यक्ति का जीवन नीरस होता है। उसके जीवन में कोई उत्साह नहीं रहता।

हथेली में यदि दोनों मंगल पर्वत दबे हुए हों तो ऐसा व्यक्ति जीवन में कोई उपलब्धि हासिल नहीं कर पाता। ये लोग किसी भी काम में उत्सुक नहीं होते।

यदि व्यक्ति के हथेली में भाग्य रेखा के पास धन यानी प्लस का निशान हो तो जीवन में अनेक परेशानियां होती हैं।

यदि मस्तिष्क रेखा बेहद छोटी हो तो व्यक्ति को जीवन में मृत्यु तुल्य कष्ट प्राप्त होते हैं।


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