भारत ही नहीं देश के बाहर भी कई ऐसे शिव मंदिर हैं जहां दर्शन मात्र से ही मनोकामना पूर्ण होती है
धर्म अध्यात्म: क्या आप जानते हैं कि भारत ही नहीं देश के बाहर भी कई ऐसे शिव मंदिर हैं जहां दर्शन मात्र से हर मनोकामना पूर्ण हो सकती है. चलिए आपको बताते हैं इन मंदिरों के बारे में. इन देशों में मौजूद हैं भगवान शिव के प्रसिद्ध मंदिर, लिस्ट में पाकिस्तान, नेपाल का नाम भी भारत से बाहर मौजूद इन शिव मंदिरों में कर आएं दर्शन, पूरी होगी हर मनोकामना! देवों के देव ‘महादेव’ यानी भगवान शिव की साधना या पूजा हमें हर दुख और भय से मुक्ति दिलाती है. हिंदू धर्म में महादेव की साधना करने से सुख एवं समृद्धि पाई जा सकती है. आज से सावन का महीना शुरू हो गया है. ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव को ये माह अति प्रिय है और इसमें पूजा-साधना करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है. भगवान शिव की उपासना के अलावा उनके मंदिरों में दर्शन करने से भी जीवन में सुख और समृद्धि आती है.
क्या आप जानते हैं कि भारत ही नहीं देश के बाहर भी कई ऐसे शिव मंदिर हैं जहां दर्शन मात्र से हर मनोकामना पूर्ण हो सकती है. चलिए आपको बताते हैं इन मंदिरों के बारे में. ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स में भगवान शिव को समर्पित है मुक्ति गुप्तेश्वर मंदिर. इस मंदिर का संबंध 13वें ज्योतिर्लिंग से है. सावन के दौरान यहां खासी रौनक देखने को मिलती है. वैसे पूरे साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां दर्शन के लिए पहुंचते हैं. ऐसा माना जाता है कि यहां आने वालों की यात्रा जरूर पूर्ण होती है. कहते हैं कि इस मंदिर का संबंध पांडवों से हैं और ये भगवान शिव को समर्पित है. नेपाल की राजधानी काठमांडू में मौजूद इस मंदिर में शिव की प्रसिद्ध प्रतिमा है जिसे बड़ी रौचक धार्मिक कथा जुड़ी हुई है. मंदिर में दर्शन के लिए हजारों की संख्या में देसी और विदेशी यात्री या श्रद्धालु आते हैं. पशुपतिनाथ न सिर्फ शिव के दर्शन बल्कि अपनी खूबसूरती के लिए भी चर्चित है.
पौराणिक कथाओं के मुताबिक इस मंदिर का संबंध भगवान राम और रावण से माना जाता है. कहा जाता है कि भगवान राम ने रावण पर जीत हासिल करके यहीं पर भगवान शिव की पूजा की थी. इसी कारण ये मंदिर रामायण काल से जुड़ा हुआ है. इस मंदिर में दर्शन करने से मनोकामनाएं पूर्ण हो सकती हैं. इंडोनेशिया में हिंदू धर्म के लोग ज्यादा संख्या में मौजूद हैं और यहां कई मंदिर भी हैं. इनमें से एक इंडोनेशिया के जावा में प्रमबनन मंदिर है. यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज साइट के रूप में पहचाने जाने वाले इस मंदिर का परिसर काफी बड़ा है. रोचक बात है कि इसमें करीब 240 मंदिर मौजूद हैं. कहा जाता है कि पाकिस्तान के इस शिव मंदिर का इतिहास 900 साल पुराना है. इस मंदिर का इतिहास भगवान शिव और माता सति के अलावा पांडवों से भी जुड़ा हुआ है. कहते हैं कि मां सति ने खुद को अग्नि को समर्पित किया था उस दौरान भगवान शिव के कुछ आंसू यहां गिरे थे. तभी यहां अमृत कुण्ड सरोवर बन गया था. शिवरात्रि और सावन के दौरान इस मंदिर में अलग ही रौनक रहती है.