जीवन में ऐसा समय भी आता है, जब हम कई मुश्किलों से घिरते है व कुछ नहीं सूझ पाता, ऐसे में रखें चाणक्य की इन बातें का ध्यान
ऐसी कोई स्थिति आए तो आचार्य चाणक्य की कुछ बातें आपका मार्गदर्शन कर सकती हैं. आचार्य चाणक्य ने अपने जीवन के अनुभवों और ज्ञान को चाणक्य नीति नामक ग्रंथ में लिखा है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हर व्यक्ति के जीवन में ऐसा समय जरूर आता है, जब वो मुश्किलों से इस कदर घिरा होता है कि उसे कुछ सूझ नहीं रहा होता. कई बार बुरे वक्त में मन शॉर्ट कट रास्ते तलाशता है और व्यक्ति समस्या से जल्दी निकलने के चक्कर में गलत दिशा की ओर अग्रसर हो जाता है.
इसकी वजह से हालात सामान्य होने की बजाय और कठिन हो जाते हैं. यदि आपके साथ ऐसी कोई स्थिति आए तो आचार्य चाणक्य की कुछ बातें आपका मार्गदर्शन कर सकती हैं. आचार्य चाणक्य ने अपने जीवन के अनुभवों और ज्ञान को चाणक्य नीति नामक ग्रंथ में लिखा है. यहां जानिए चाणक्य नीति में आचार्य द्वारा कही गईं कुछ खास बातें.
1. दुष्ट व्यक्ति से हमेशा दूर रहें वो किसी का भी अहित कर सकते हैं. ठीक उसी तरह, जिस तरह वन की अग्नि चन्दन की लकड़ी को भी जला देती है.
2. हर व्यक्ति में अच्छाइयां और बुराइयां दोनों होती हैं, इसलिए अपने शत्रु के गुणों की ओर भी ध्यान दें और उन्हें ग्रहण करने की कोशिश करें.
3. आपके बुरे वक्त में साथ देने वाला ही आपका सच्चा मित्र होता है. इसलिए जब आप पर संकट आए तब आजमाइए कि कौन आपका अपना है और कौन पराया.
4. जिस व्यक्ति के पास धैर्य नहीं है, उसका न वर्तमान है और न भविष्य.
5. यदि स्वयं के हाथ में विष फ़ैल रहा है तो उसे काट देना बेहतर होता है.
6. जीवन में अच्छे और बुरे की परख करने की समझ आपको ही विकसित करनी होगी क्योंकि अगर आप जीवन में सांप को दूध पिलाएंगे तो विष ही बढ़ेगा, अमृत नहीं.
7. एक बिगड़ैल गाय सौ कुत्तों से ज्यादा श्रेष्ठ है. ठीक उसी तरह जैसे आपके विपरीत स्वभाव वाला हितैषी व्यक्ति उन सौ लोगों से श्रेष्ठ है जो आपकी चापलूसी करते है.
8. आप दुष्ट व्यक्ति को चाहे जितना भी सम्मान दे दें, वो हमेशा आपके साथ धोखा ही करेगा और आपको दुख पहुंचाएगा. ठीक वैसे ही जैसे आग सिर में स्थापित करने पर भी जलाती है.
9. संसार में भूख आपकी सबसे बड़ी शत्रु है, क्योंकि पेट की खातिर ही व्यक्ति कुछ भी करने को तैयार रहता है. इसलिए अन्न ही सबसे बड़ा धन है.
10. एक गरीब के लिए उसका असली धन विद्या होता है, जिसे कोई चुरा नहीं सकता. इसलिए जितना संभव हो, ज्ञान अर्जित करें.